प्रयागराज ब्यूरो । ये भी असंवेदनशीलता की हद है। पत्थर गिरिजा घर के पास बेरोजगारों के धरने का गुरुवार को दसवां दिन रहा, मगर जिला प्रशासन का कोई भी अफसर बेरोजगारों से मिलने नहीं पहुंचा। सरकारी नौकरियों की भर्ती के लिए ठंड के बावजूद बेरोजगार बड़ी संख्या में धरना दे रहे हैं। बेरोजगारों की मांग है कि प्रदेश सरकार भर्तियों को शुरू करे, ताकि छात्रों को रोजगार मिल सके।
सिविल लाइंस में पत्थर गिरिजा घर के पास युवा मंच के तत्वावधान में बेरोजगार धरना दे रहे हैं। मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि चयन प्रकिया में तेजी लाने की बात कहकर प्रदेश सरकार शिक्षा आयोग के गठन की बात कह रही है, मगर इसका नतीजा एकदम उलट है। 2022 से आयोग के गठन के नाम पर टीजीटी, पीजीटी और असिटेंट प्रोफेसर की भर्तियां अधर में हैं। परिषदीय विद्यालयों में चयन प्रकिया ठप है। बेरोजगारों का भविष्य अंधकार में हो गया है। बेरोजगार खुद को असहाय महसूस कर रहे।
धरना में सुरेंद्र पटेल, अर्जुन प्रसाद, धर्मेंद्र पटेल, दिनेश पाल, नागेंद्र पांडेय, प्रदीप चौधरी, महेश शर्मा, उदयराज, प्रदीप चौधरी, अजय गौतम, विनोद मौर्य, विवेक चौधरी, जुगेंद्र, राजेश, महेश, इंद्रपाल आदि उपस्थित रहे।