प्रयागराज ब्यूरो । यूपी बोर्ड के कंट्रोल रूम ने हाईस्कूल एवं इंटर की परीक्षा को शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न कराने के अतिरिक्त तमाम शिकायतों का भी निस्तारण किया। छात्रों के साथ उनके अभिभावकों ने भी कंट्रोल रूम को फोन करके अपनी दिक्कतों से अवगत कराया। इस बीच करीब एक हजार शिकायतों को अटेंड किया गया। वैसे बोर्ड के पास शिकायतों में काफी फर्जी कॉल भी आई। इनमें नकल को लेकर भी सूचना सम्मिलित थीं। बोर्ड ने तत्काल इसको संज्ञान में लिया तो मामला गलत निकला। वैसे अंक पत्र एवं प्रमाण पत्रों में त्रुटि को लेकर परीक्षार्थियों ने ज्यादा पूछताछ की। बोर्ड ने परीक्षा संचालन के साथ शिकायतों पर भी फौरी कार्रवाई की।

परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम पर रखी जा रही नजर
यूपी बोर्ड ने परीक्षा के दौरान विभिन्न स्तरों पर कार्य किया। बोर्ड मुख्यालय में इस समय परीक्षा केंद्रों पर निगरानी के लिए एक कमांड रूम बनाया गया है। जहां से प्रदेश भर के आठ हजार से अधिक परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जा रही है। प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से भी परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम पर नजर रखी जा रही है। स्ट्रांग रूम पर बोर्ड मुख्यालय से भी निगरानी है। बोर्ड में 24 घंटे एक शिकायत कक्ष बनाया गया है। जहां प्रदेश भर से फोन के माध्यम से लगातार शिकायतें मिल रही है। हालांकि यह शिकायतें कंट्रोल रूम परीक्षा के दौरान होने वाली समस्याओं के लिए बनाया गया था। लेकिन शुरूआती दौर में प्रवेश पत्र को लेकर पूछताछ हुई थी। बीच -बीच में कुछ केंद्रों में नकल को लेकर भी फोन आए। फर्जी कॉल भी बहुतायत में रहीं। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने बताया कि शिकायत कक्ष के माध्यम से एक हजार से अधिक समस्याओं का निस्तारण किया गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रयोग सफल रहा। बोर्ड को भी इससे परीक्षार्थियों की समस्याओं को समझने एवं सुलझाने का मौका मिला है।