प्रयागराज ब्यूरो । एशिया के सबसे बड़े यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की कापियों का मूल्यांकन आज से शुरू होने जा रहा है। यह प्रक्रिया 31 मार्च तक चलेगी। इस बीच मूल्यांकन केंद्रों पर किसी को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होगी। पिछले साल सबसे तेज रिजल्ट देकर यूपी बोर्ड ने रिकार्ड बनाया था। वही बोर्ड इस बार अपने एक साल पुराने रिकार्ड को तोडऩे की तैयारियों जुट गया है। यही कारण है कि महज 13 दिन में मूल्यांकन कार्य कम्प्लीट करने का दावा बोर्ड द्वारा किया गया है।

बस तीन दिन का अवकाश

यूपी बोर्ड ने सोमवार को हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्यक्रम घोषित कर दिया था। बता दें कि 16 मार्च से 31 मार्च तक कापियों का मूल्यांकन प्रदेश के 260 केंद्रों पर होगा। बोर्ड ने मूल्यांकन केंद्रों का निर्धारण कर दिया है। इन सभी केंद्रों पर करीब डेढ़ लाख परीक्षक तीन करोड़ कापियों का मूल्यांकन करेंगे। परीक्षक 55 लाख से अधिक परीक्षार्थियों के शैक्षणिक भविष्य का मूल्यांकन 13 दिन के भीतर करेंगे। बीच में तीन दिन 24 से 26 मार्च तक होली का अवकाश रहेगा।

नौ मार्च को समाप्त हुई थी परीक्षाएं

बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटर की परीक्षा 9 मार्च को समाप्त हो गई थी। उसके पहले ही बोर्ड ने मूल्यांकन कार्यक्रम घोषित कर दिया था। जिलेवार मूल्यांकन केंद्रों का निर्धारण कर दिया गया था हाईस्कूल के लिए 131 एवं इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं के लिए 116 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। 13 मूल्यांकन केंद्र मिश्रित बनाए गए हैं। यहां हाईस्कूल एवं इंटर दोनों की कापियां जांची जाएंगी। बोर्ड ने कुल 260 मूल्याकंन केंद्र बनाए हैं। इनमें 83 राजकीय तथा 177 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं।

55 लाख से अधिक हैं पंजीकृत

इस वर्ष हाईस्कूल परीक्षा में 29,47,311 एवं इंटर में 25,77,997 समेत कुल 55,25,308 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। हाईस्कूल परीक्षा की 1.76 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 94,802 एवं इंटर परीक्षा की 1.25 कापियों के मूल्यांकन के लिए 52,295 परीक्षकों की नियुक्ति की गई है। इस प्रकार कुल 3.01 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं के लिए 1,47,097 परीक्षकों को तैनात किया गया है।

13 दिन में ही हुआ था मूल्यांकन

वर्ष 2023 में यूपी बोर्ड की ओर से कांपियों के मूुल्यांकन का कार्य 18 मार्च को शुरू किया गया था और यह 31 मार्च को पूर्ण हो गया था। महज 13 दिन के भीतर 3.19 करोड़ कापियां जांची गई थीं। इसके बाद रिजल्ट घोषित कर दिया गया था। इस बार भी इसी रफ्तार को बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। इस बार कापियां 19 लाख कम हैं लेकिन मूल्यांकन के दौरान तीन दिन का होली का अवकाश भी पड़ रहा है।

कापियों के मूल्यांकन में पूरी तरह शुचिता बरती जाए इसके लिए परीक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में प्रशिक्षण कार्यशाला भी आयोजित कीह गई हैं। मूल्यांकन केंद्रों की भी सतत निगरानी की जाएगी।

दिव्यकांत शुक्ला, सचिव, यूपी बोर्ड

प्रयागराज में 11 लाख कापियों का मूल्यांकन

प्रयागराज- दूसरी ओर प्रयागराज के नौ मूल्यांकन केंद्रों पर यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कापियों का मूल्यांकन शनिवार से शुरू हो रहा है। जिसमें 11 लाख कापियों को जांचा जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक पीएन ङ्क्षसह ने बताया कि सभी केंद्रों की तैयारियां पूरी हैं। मूल्यांकन के दौरान भी औचक निरीक्षण किया जाएगा। किसी भी केंद्र पर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे। यदि किसी के पास मोबाइल मिला तो सख्त कार्रवाई होगी। बाहरी व्यक्तियों का भी प्रवेश वर्जित रहेगा। 31 मार्च तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक कापियां जांची जाएंगी।

ये हैं सेंटर

जीआईसी, एंग्लो बंगाली इंटर कालेज, केपी इंटर कालेज, क्रास्थवेट गल्र्स इंटर कालेज, सीएवी, भारत स्काउट गाइड इंटर कालेज, अग्रसेन इंटर कालेज, कुलभास्कर इंटर कालेज और केसर विद्यापीठ इंटर मीडिएट कालेज में कुल 11 लाख कापियों को जांचा जाना है। केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, बिजली, पेयजल, सफाई, प्रशाधन सहित अन्य व्यवस्थाएं रहेंगी।