प्रयागराज ब्यूरो । बाहर से होने वाली नकल रोकने की तैयारी में जुटे यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने वर्ष 2024 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान कक्ष में भी नकल होने की आशंका को खत्म करने की तैयारी की है। इसके लिए परीक्षा में ड्यूटी करने वाले कक्ष निरीक्षकों के लिए पहली बार क्यूआर कोड युक्त कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र तैयार कराया जा रहा है। परिचय पत्र पर संबंधित शिक्षक का स्नातक विषय और विद्यालय में पढ़ा रहे विषय का स्पष्ट उल्लेख रहेगा, ताकि जिस विषय की परीक्षा हो, उसमें उस विषय के शिक्षक की ड्यूटी न लग सके।

55 लाख से अधिक छात्र रजिस्टर्ड

बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित हो रहे 55,25,288 छात्र-छात्राओं की परीक्षा नकलविहीन संपन्न कराने के लिए करीब पौने तीन लाख कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। पहली बार कक्ष निरीक्षकों के बन रहे कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र पर क्रमांक भी अंकित किया जाएगा। कुछ शिक्षक स्नातक विषय के आधार पर नियुक्त पा जाते हैं और बाद में किसी दूसरे विषय से परास्नातक करके बदले विषय में प्रवक्ता होकर शिक्षण कार्य करते हैं। इस कारण परिचय पत्र पर स्नातक विषय के साथ वह विषय भी अंकित रहेगा, जो वह वर्तमान में विद्यालय में पढ़ा रहे हैं। इससे विषयगत परीक्षा में संबंधित विषय के शिक्षक की ड्यूटी नहीं लग सकेगी।

डीआईओएस लगाएंगे ड्यूटी

साथ ही पूरे प्रदेश में कक्ष निरीक्षकों के परिचय पत्रों में एकरूपता रहेगी। ऐसी स्थिति में यदि किसी कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी उन्हीं के विषय की परीक्षा में लग जाती है तो निरीक्षण के दौरान परिचय पत्र में अंकित विषय देखकर पकड़ा जा सकेगा। 22 फरवरी से परीक्षा शुरू होने के एक सप्ताह पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट से परिचय पत्र डाउनलोड कर आवंटित परीक्षा केंद्रों का विवरण अंकित कर कक्ष निरीक्षकों को उपलब्ध कराएंगे। परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षण के लिए तथा परीक्षा संबंधी अन्य कार्यों के लिए संबंधित शिक्षकों, प्रधानाचार्यों व अन्य कार्मिकों की ड्यूटी पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा लगाई जाएगी।