- कम्बाइंड लोअर सबआर्डिनेट 2015 प्री परीक्षा परिणाम को रद्द करवाने की मांग पर अड़े

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) की कंबाइंड लोअर सबआर्डिनेट 2015 प्री परीक्षा परिणाम को रद्द करने के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी गई है। यह याचिका 17 छात्रों ने दाखिल की है। जिस पर सोमवार को सुनवाई होने की सम्भावना है। प्रतियोगियों ने पीसीएस 2015 के गलत प्रश्नों के उत्तरों संबंधी मामले को भी इसी याचिका में जोड़ने का मन बनाया है।

आठ प्रश्नों के जवाब का है प्रमाण

छात्रों का कहना है कि लोअर 2015 की संशोधित उत्तर कुंजी में पांच सवाल डिलीट किए गए हैं। जबकि चार सवालों के दो उत्तर सही माने गए हैं। इनमें से आठ प्रश्नों के उत्तरों का स्पष्ट प्रमाण प्रमाणिक पुस्तकों में है। आरोप है कि जब बुकलेट के अनुदेश में एक बबल को काला करने की बात कही गई है तो फिर दो उत्तर कैसे रखे जा सकते हैं? प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय ने आरोप लगाया है कि आयोग अपने चहेतों को पास कराने के लिए प्रश्नों का दो उत्तर रखता है। आयोग कुछ प्रश्नों को डिलीट करता है तथा कुछ प्रश्नों के गलत उत्तर रखता है।

पीसीएस 2015 को दी गई है चुनौती

ज्ञातव्य हो की इस मुद्दे पर पीसीएस जे 2013 की परीक्षा में आयोग को 11 प्रश्नों के उत्तर बदलने पड़े थे। वहीं समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी 2013 परीक्षा में न्यायालय ने आयोग के अध्यक्ष को तलब किया था। इसके बाद भी आयोग ने उत्तर कुंजी जारी किए जाने के प्रस्ताव को छिपा लिया था। जब समिति के हाथ यह प्रस्ताव लगा तो पीसीएस 2015 में माननीय न्यायालय के माध्यम से उत्तर कुंजी जारी करवाई जा सकी। जिसमें पता चला की आयोग ने नौ प्रश्नों का गलत उत्तर देकर दिया था। इस आधार पर पीसीएस 2015 को भी चुनौती दी गई है और मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है।