आयोग ने पहली बार पांच विषयों का नहीं कराया इम्तेहान

परिवर्तन से उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा पीसीएस-2019 मेंस अछूती नहीं रही। आयोग ने मिलिट्री साइंस, सोशल वर्क, एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग समेत पांच विषयों की परीक्षा नहीं करायी। यह चेंज यूपीएससी के पैटर्न पर पहली बार किया गया है। बता दें कि पीसीएस 2018 की मुख्य परीक्षा में ही पैटर्न बदला था लेकिन, तब पांच विषय मुख्य परीक्षा में शामिल थे।

22 को शुरू हुई थी परीक्षा

यूपीपीएससी की पीसीएस 2019 की मुख्य परीक्षा 22 सितंबर को शुरू हुई थी। चौथे दिन शनिवार को प्रथम पाली में ऐच्छिक विषय पेपर-1 व द्वितीय पाली में ऐच्छिक विषय पेपर-2 की परीक्षा हुई। दोनों पालियों के लिए 6,119 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। प्रथम पाली में 4702 व द्वितीय पाली में 4694 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। अभ्यर्थी वंदना सिंह का कहना था कि दोनों पालियों का प्रश्नपत्र कठिन रहा। दूसरे प्रश्नपत्र में विषयों के सवाल समसामयिक घटनाओं को जोड़ते हुए पूछे गए। दिनेश तिवारी का कहना था कि ऐसे 16 प्रश्न पूछे गए जो पूरे सिलेबस का उसमें सार था। उनमें से पांच सवालों का जवाब देना बेहद कठिन रहा। इसलिए समय कम पड़ गया। प्रतियोगी अवनीश पांडेय ने बताया कि इस बार की परीक्षा स्तरीय रही है। आयोग सचिव जगदीश ने कहा कि परीक्षा में करीब 78 फीसद अभ्यर्थी शामिल हुए हैं।

आयोग ने आम तौर पर लखनऊ व प्रयागराज में ही पीसीएस की मुख्य परीक्षा कराता रहा है। इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से गाजियाबाद में भी परीक्षा हुई, ताकि परीक्षा केंद्र पर शारीरिक दूरी का अनुपालन किया जा सके। अभ्यर्थियों से विकल्प लेकर केंद्र बदलने का अवसर दिया गया। इम्तिहान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा।

जगदीश

सचिव, यूपीपीएससी