प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए इस समय डोर टू डोर अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें लोगों को घर के नजदीक टीकाकरण किया जा रहा है। इसमें बड़ी संख्या में आशा और एएनएम को लगाया गया है। इसके चलते सरकार का हाईपरटेंशन प्रोग्राम हाशिए पर आ गया है। क्योंकि जो लोग सेंटर्स पर बीपी की जांच करने में लगे थे वह कोरोना टीकाकरण कर रहे हैं।

बीस सेंटर्स पर धीमा पड़ा अभियान
इस समय जिले के कुल 30 सेंटर्स पर बीपी की जांच की जा रही है। लेकिन स्टाफ के नही होने से केवल 10 सेंटर्स पर ही तेजी से जांच हो रही है। बाकी 20 सेंटर्स पर अभियान बेहद मुश्किल से संचालित हो रहा है। आईसीएमआर के अधिकारी ने जब विजिट किया तो परिणाम सामने आ गया। जांच में पाया गया कि बीपी चेक करने वाला स्टाफ कोरोना वैक्सीनेशन में लगाया गया है।

आसान नही है अब बीपी नापना
अधिकारियों का कहना है कि ब्लड प्रेशर नापना इतना आसान नही है। इसके लिए आईसीएमआर से गाइड लाइन जारी की गई है। क्योंकि मानक का पालन नही करने पर बीपी की रिपोर्ट गलत आ जाती है। यही कारण है कि सेंटर्स पर जो भी स्टाफ लगाए गए हैं उनको बीपी मापने की बकायदा ट्रेनिंग दी गई है। ऐसे में नार्मल स्टाफ को बीपी मापने की परमिशन नही दी जा सकती है।

बीपी नापने की ये गाइड लाइन
बीपी नापते समय बातचीत न करें।
बांह में बांधा जाने वाला कफ हार्ट के लेवल पर हो
उचित नाप का कफ सही तरीके से लगाना चाहिए
कफ ब्लैडर की लंबाई ऊपरी बांह के घेरे का 80 से 100 फीसदी हो
कफ ब्लैडर की चौड़ाई ऊपरी बांह के घेरे के कम से कम 40 फीसदी हो
सुनिश्चित करें कि कफ अनावरित बांह पर या पतले कपड़े पर बांधा गया हो, कफ के नीचे कपड़ा एकत्र न हो।
पीठ और बांह को कुर्सी का सहारा दें।
मशीन में जो बीपी दिखे वही लिखें।
पैर क्रास न हो और पांव जमीन की सतह पर हो।
व्यक्ति ने पिछले तीस मिनट में व्यायाम या चाय, काफी, तंबाकू का सेवन नही किया है, बीपी नापने से पहले व्यक्ति को पांच मिनट आराम करवाएं।

ठीक से नही हो पा रहा चेकअप
इंडिया हाईपरटेंशन कंट्रोल इनीशिएटिव प्रोग्राम के तहत अभी तक जिले में ढाई हजार मरीजों को चिंहित किया गया है। जबकि जिले की जनसंख्या के हिसाब से 4.41 लाख लोगों के बीपी से ग्रसित होने के आसार हैं। इस लक्ष्य के मुताबिक अभी तक जांच की प्रक्रिया काफी धीमी चल रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जांच में तेजी लाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों से सेंटर पर जाकर जांच कराने और जिनकी दवाएं चल रही है उनको समय पर सेंटर जाने की अपील की जा रही है।

सेंटर्स में जांच प्रक्रिया चल रही है। कुछ गति धीमी हुई लेकिन जल्द ही इसमें तेजी लाई जाएगी। दरअसल हमारा ट्रेंड स्टाफ इस समय वैकसीनेशन में लगा हुआ है। इस वजह से प्राब्लम हो रही है।
डॉ। वीके मिश्रा प्रभारी, एनसीडी सेल स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज