i concern

-बारिश होने और न होने से डिस्टर्ब हुई सब्जियों की आवक

-टमाटर के साथ हरी-सब्जियों के चढ़े हुए हैं दाम

सब्जी रेट 10 दिन पहले रेट आज

टमाटर 30-40 60-70

नेनुआ 20-30 30-40

परवल 50- 60 80-90

भिंडी 30-40 40-50

शिमला मिर्च 50- 60 70-80

करेला 50-60 70-80

बैगन 25-30 40-50

लौकी 10-15 20-30

खीरा 25-30 40-50

(नोट: रेट रुपए प्रति किलो में)

-----------

balaji.kesharwani@inext.co.in

PRAYAGRAJ: पूरे देश की गल्ला मंडी को आज कमोडिटी मार्केट कंट्रोल कर रहा है। कमोडिटी मार्केट के अनुसार ही अब गल्ला का रेट फिक्स हो रहा है। आवक के अनुसार दो महीने बाद क्या रेट हो सकता है, यह पहले ही तय हो जाता है। लेकिन सब्जी और फल के साथ फिलहाल ऐसा नहीं है। वजह, सब्जी और फल की लाइफ ज्यादा नहीं होती है। फल और सब्जी का मार्केट रेट सटोरिए नहीं, बल्कि मौसम के साथ ही आवक की मात्रा कंट्रोल करता है। इन दिनों मौसम में उतार-चढ़ाव की वजह से सब्जियों की आवक प्रभावित हो रही है और इनका भाव चढ़ाव हुआ है।

दो महीने तक महंगा रहेगा टमाटर

इस समय सबसे ज्यादा भाव टमाटर के चढ़े हुए हैं। खुले मार्केट में इसका रेट 60 से 70 रुपए प्रति किलोग्राम है। टमाटर का रेट चढ़ने की वजह यह है कि फिलहाल हिमाचल और बेंगलुरु के अलावा कहीं और से टमाटर की आवक नहीं हो रही है। अन्य प्रदेशों में इस समय टमाटर की पैदावार नहीं हो रही है। हिमाचल प्रदेश दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों को कवर कर रहा है। वहीं बेंगलुरु इधर के राज्यों को टमाटर भेज कर कवर कर रहा है।

बारिश न होने पर बढ़ेगा दाम

पिछले दिनों हुई बारिश की वजह से जहां हरी सब्जियां महंगी हुई हैं। असल में बारिश की वजह से फसल बर्बाद हो गई थी। बैगन, लौकी, कद्दू, नेनुआ आदि हरी सब्जियों के रेट इन दिनों बढ़े हुए हैं। वहीं अगर अगले कुछ दिनों में बेहतर बारिश नहीं हुई तो उसका भी असर कुछ सब्जियों पर पड़ेगा, जिन्हें ग्रोथ के लिए पानी की जरूरत होती है।

आलू में जल्द मिलेगी राहत

आलू का मार्केट इस समय टाइट है। लेकिन आलू की ये तेजी बस कुछ दिन की ही बात है। क्योंकि रक्षाबंधन के बाद मार्केट में अम्बिकापुर का आलू आ जाएगा, जिसकी निकासी शुरू हो जाएगी। जी-4 आलू इस समय खुले मार्केट में 18-20 रुपए किलो बिक रहा है। वहीं रक्षाबंधन के बाद इसका रेट 10 रुपये के भी नीचे आने की उम्मीद है।

कंट्रोल में है प्याज

वहीं प्याज का भाव इस समय पूरी तरह कंट्रोल में है। कुछ दिन पहले भाव 25-30 रुपये तक पहुंचा था। वहीं अब फिर 15 से 20 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है। प्याज के पैदावार और आवक में कोई समस्या नहीं है, इसलिए प्याज फिलहाल अभी कंट्रोल में ही रहने की उम्मीद है।

वर्जन

मौसम में परिवर्तन के कारण सब्जियों की आवक कम होने से रेट बढ़ा हुआ है। लेकिन यह रेट स्थायी नहीं है। कुछ दिनों में कई सब्जियों का भाव गिरेगा, क्योंकि जल्द ही आवक बढ़ने वाली है।

-सतीश कुशवाहा

मुंडेरा मंडी

सब्जियों का रेट कमोडिटी मार्केट की तरह तय नहीं हो सकता है। यहां तो आवक के अनुसार रेट तय होता है। आवक कम है तो रेट बढ़ेगा। आवक बढ़ते ही रेट कम हो जाएगा।

-राजन

मुंडेरा मंडी