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वर्ग गज में आसिफ दुर्रानी बनाया था बिन नक्शे के मकान

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करोड़ की अनुमानित कीमत आंकी गई इमारत की

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जेसीबी लगाकर दोपहर से शाम तक चला ध्वस्तीकरण

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घंटे तक चलती पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई

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मुकदमें धूमनगंज में दर्ज हैं दुर्रानी के खिलाफ

माफिया अतीक के इशारे पर काम करने वाले दुर्रानी का मकान पीडीए ने ढहाया

अंधेरे की वजह से बच गए मो। आजम और असाद के खाली कराए गए घर

PRAYAGRAJ: माफिया अतीक अहमद गैंग की रीढ़ तोड़ने में जुटे पीडीए प्रशासन द्वारा शनिवार को एक और बड़ी कार्रवाई की गई। अपराध की नीव पर खड़े आशिफ दुर्रानी के तीन मंजिला इमारत को ढहा दिया गया। दुर्रानी अहमदाबाद जेल में बंद अतीक अहमद का बेहद करीबी है और शारित अपराधी है। इसके द्वारा कसारी मसारी में आलीशान मकान बगैर नक्शे के बनाया गया था। पीडीए द्वारा की गई कार्रवाई की वजह नक्शे का पास न होना ही बताया गया। जमीदोज की गई बिल्डिंग की कीमत करोड़ों में आंकी गई है। कार्रवाई के वक्त टीम को विरोध का भी सामना करना पड़ा। बगावत पर उतरीं महिलाएं टीम पर बरस पड़ीं। हालांकि अधिकारियों की कार्रवाई पर इसका असर नहीं पड़ा। करीब छह घंटे तक चली कार्रवाई में मकान की एक-एक ईट बिखर गई। गुनाह के रास्ते पर चलकर बनाई गई हवेली का हश्र देखने वालों का तांता लगा रहा।

कसारीमसारी में गरजी जेसीबी

आईएस 227 गैंग के सरगना अतीक अहमद के करीबी आसिफ और उसके भाई राशिद का तीन मंजिला मकान धूमनगंज थाना क्षेत्र के कसारी-मसारी में था। बताया गया कि लगभग चार सौ वर्गगज क्षेत्रफल में बने इस मकान का नक्शा पीडीए से पास नहीं था। इसकी वजह से मकान ढहाने के लिए प्राधिकरण की टीम दोपहर करीब 12 बजे पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अफसरों के साथ जा पहुंची। मकान को खाली कराने के बाद चार जेसीबी उसे तोड़ने में जुट गई। देर शाम छह बजे तक चली कार्रवाई में पूरा तीन मंजिला मकान जमींदोज हो गया। आसिफ दुर्रानी के खिलाफ 17 मुकदमे दर्ज हैं। एक मुकदमा करेली थाने में जबकि बाकी के 16 मुकदमें धूमनगंज दर्ज हैं। अफसरों के मुताबिक आसिफ दुर्रानी माफिया अतीक के लिए काम किया करता था। धूमनगंज में हत्या के प्रयास व साजिश रचने, गैंगस्टर, गुंडा एक्ट समेत कई धाराओं में केस पंजीकृत है। माफिया के संरक्षण में दुर्रानी ने करोड़ों रुपये की संपत्ति अपराध के बल पर अíजत की है।

एक ही मकान तोड़ने में हो गई रात

अतीक के दो अन्य करीबियों मो। आजम और असाद के 60 फीट रोड स्थित मकान को भी खाली कराया गया था।

लेकिन दुर्रानी के मकान को ढहाने में ही रात हो गई। ऐसे में उन दोनों के मकान को नहीं ढहाया जा सका।

जोनल अफसर पीडीए ने कहा कि कार्रवाई अब उन दोनों के मकान पर भी कार्रवाई होनी है।

कार्रवाई का आदेश पिछले साल ही पारित हो चुका है। वह दोनों भी बगैर नक्शा पास करवाए मकान को बनाए हैं।

कार्रवाई में सिटी मजिस्ट्रेट रजनीश मिश्रा, सीओ सत्येंद्र तिवारी, कई थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी बल शामिल था।

माफिया अतीक अहमद के करीबी व हार्ड कोर क्रिमिनल दुर्रानी का मकान नक्शा पास न होने के कारण ढहाया गया है। दो और मकान पर कार्रवाई होनी थी रात होने की वजह से टाल दी गई।

आलोक पांडेय, जोनल अधिकारी पीडीए