- पचास लाख की फिरौती के लिए दोस्तों ने अपने साथियों के साथ मिलकर शिवम की ले ली जान

इकलौते बेटे की मौत के बाद घर में पसरा है सन्नाटा, घरवालों का रो-रोकर है बुरा हाल

PRAYAGRAJ: खीरी में अपहरण के बाद मारे गए शिवम सोनी की संगत उसके जान की दुश्मन बन गई। चाचा और दादा को भी कोई बेटा नहीं था। पूरे परिवार में इकलौता बेटा होने उसका से दुलार काफी था। दौलतमंद फेमिली की इकलौती वारिस शिवम के कदम बहक गए। उसकी दोस्ती ऐसे लोगों से हो गई जो शातिर अपराधी थे। शातिर बदमाशों को दोस्त समझ वह उन पर ऐतबार कर बैठा। रुपयों की कमी थी नहीं, लिहाजा शिवम दोस्तों पर दोनों हाथ से रुपये खर्च करता था। दौलत के लिए बदमाश उसकी दोस्ती भूल गए। कातिल दोस्त अपहरण बाद 50 लाख रुपये फिरौती मांगने के मूड में थे। मगर, वह सभी को पहचानता था लिहाजा उसे मार देना इनकी मजबूरी बन गई। कत्ल के बाद भी कातिल रुपये मांगने के मूड में थे। ऐसा करते इसके पहले पकड़ लिए गए।

घटना का पुलिस ने किया खुलासा

रुपयों के लिए शिवम की हत्या का प्लान अभिषेक पुत्र बहादुर कुशवाहा निवासी पथरा कोरांव भाई आनन्द के साथ मिलकर बनाया था। प्लान के मुताबिक दोनों शिवम के गांव खीरी क्षेत्र के लालतारा सिलौधी पहुंचे। वहां से शिवम को बुलाए और बाइक से लेकर अपने घर पथरा आए। यहां दोनों अन्य साथियों अंकुर सिंह पुत्र राजबहादुर सिंह निवासी जतहरा कोरांव व राजेश यादव निवासी माधोपुर हंडि़या, सुधीर कुमार कुशवाहा पुत्र सत्येंद्र निवासी अकबरशाहपुर मेजा व अजय सिंह पटेल पुत्र रमेश चंद्र सिंह निवासी सेमरी बाघरायपुर नगई का पूरा कोरांव और दीपक पांडेय पुत्र अरुण निवासी भलुहा थाना कोरांव को बुला लिए। जब सभी को वह पहचान लिया तो सातों को फंसने का भय सताने लगा। इसी डर से वे उसकी कमरे के अंदर ही हत्या कर दिए। कत्ल के बाद रूम में खोदे गए गड्ढे में नमक डालकर बॉडी को दफनाने की योजना थी। चूंकि शिवम का स्विच ऑफ मोबाइल कातिलों के पास ही था, लिहाजा ट्रेस करते हुए पुलिस उन तक पहुंच गई। केस में पुलिस द्वारा कुल तीन लोग गिरफ्तार किए गए। इनमें आनन्द कुशवाहा, अंकुर कुमार सिंह, राजेश यादव शामिल हैं। जबकि भागे हुए शेष चार आरापियों की तलाश जारी है।

दिल्ली जाकर मांगने वाले थे फिरौती

आरोपितों को लग रहा था कि शिवम इकलौता है लिहाजा परिवार 50 लाख रुपये की फिरौती दे देगा।

कत्ल के बाद सभी दिल्ली जाकर शिवम के परिवार से रुपये मांगने का पूरा प्लान बना लिए थे

गिरफ्तार अभियुक्त आनन्द कुशवाहा का पिता कानपुर में ठेकेदारी करता है, जबकि अंकुर सतना से डिप्लोमा कर रहा है।

तीसरे अभियुक्त राजेश यादव के पिता पेशे से किसान हैं और वे स्वयं कुछ भी नहीं करता

पुलिस के मुताबिक इनमें से ज्यादातर अभियुक्तों के खिलाफ लूट, छिनैती, मारपीट जैसे अपराध के मुकदमे हैं

शिवम व्यापारिक खानदान का इकलौता वारिस था। जबकि उसकी दोस्ती आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से थी। उसकी हत्या में पकड़े गए कई लोगों पर पहले से मुकदमे दर्ज हैं। शिवम की हत्या उसके अपराधी दोस्त फिरौती के लिए किए थे।

सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार