कर रहा था मौज
जरायम की दुनिया में जिशान का बड़ा नाम है। उस पर सनसनीखेज वारदातों के 7 मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस ने उसे गैंगस्टर के रूप में भी लिस्टेड कर रखा है। 2009 में जब जिशान के खिलाफ गैंगेस्टर की धारा लगी तो वह शहर छोड़ कर भाग निकला। उसकी तलाश में पुलिस और क्राइम ब्रांच भी जुट गई। लेकिन जिशान का पता नहीं चला। उसकी अरेस्टिंग को लेकर पुलिस ऑफिसर्स ने 15 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया। फिर भी पुलिस को कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी। इधर जिशान ने खुद को गाजियाबाद में स्टेबलिश्ड कर लिया। वहां वह हिंदू बताकर राहुल के नाम से रहने लगा। वह विक्रम और आटो के धंधे में जुट गया। कई सालों से वह यही कर रहा था। इस दौरान खुल्दाबाद पुलिस को उसके कारनामों की भनक लग गई। संडे को खुल्दाबाद इंस्पेक्टर पीके राय, चौकी इंचार्ज आनंद पाण्डेय और कांस्टेबल जय प्रकाश राय ने घेराबंदी करके जिशान को अरेस्ट कर लिया।