प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर में रोड चौड़ी के चलते लोगों को कई तरह की समस्याएं फेस करनी पड़ रही है। शिवकुटी मेला रोड के लोगों की समस्याएं अलहदा ही नहीं हैं। वह परेशान इस बात से हैं कि धुल कर छत पर डाले गए कपड़े धूल से फिर गंदे हो जा रहे हैं। उन्हें धुले हुए कपड़ों को भी कमरे के अंदर सुखाना पड़ रहा है। घर गृहस्थी के सामान पर धूल बैठ रही वह समस्या अलग ही है। इसके अलावा पोर्च के नीचे या गराज में खड़ी गाडिय़ां भी धुलते देर नहीं गंदी हो जा रही हैं। नगर निगम व काम कराने वाले ठेकेदार हैं कि पानी का स्प्रे कराना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। जबकि नगर निगम के पास वाटर स्प्रे मशीन मौजूद है। इस उपेक्षा के कारण धूल से फैलने वाली बीमारियों को लेकर भी लोग आशंकित हैं।

मशीन है पर नहीं होता वाटर स्प्रे
शहर के गोविंदपुर चौराहे से एक रोड शिवकुटी स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर तक जाती है। इस सड़क को लोग शिवकुटी मेला रोड के नाम से जानते और पहचानते हैं। क्योंकि इस रोड पर शिवकुटी का मेला भी लगा करता है। रोड के दोनों तरफ दुकानों व लोगों के घर बने हुए हैं। महाकुंभ 2025 के मद्देनजर शहर में रोड चौड़ीकरण का काम चल रहा है। रोड के दोनों तरफ सड़की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। इसके लिए घरों में लगाए गए निशान तक लोग खुद से अपने सपनों का घरौंदा तोड़ रहे हैं। सड़क किनारे खोदकर पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। इससे इस रोड व मोहल्ले में चारों तरफ धूल उड़ रही है। लोग कहते हैं कि उड़ रही धूल से सबसे ज्यादा समस्या उस वक्त बढ़ जाती है जवा चलती है। क्योंकि हवा से उडऩे वाली धूल सांस तक लेना दुश्वार कर देती है। कुछ लोगों की मानों तो इस धूल के कारण छतों पर धुला हुआ कपड़ा सुखाना मुश्किल हो गया है। क्योंकि धुले गए कपड़ों को छत पर डालने से उसके ऊपर फिर धूल की एक लेयर बैठ जाती है। ऐसी स्थिति में वे कमरे के अंदर किसी सूरत कपड़े सुखाने के लिए मजबूर हो गए हैं। इस धूल से समस्या सिर्फ सेहत और कपड़ों को लेकर ही नहीं है। बताते यहां तक हैं कि धूल घर के अंदर रखे सामानों पर भी उड़कर बैठ जाती है। इससे उन सामानों को बार-बार साफ करना पड़ रहा है। साथ ही बीमारियां फैलने की प्रबंध आशंका है वह अलग। बावजूद इसके नगर निगम के द्वारा इस एरिया में भी वाटर स्प्रे कराना मुनासिब नहीं समझा जा रहा है। अधिकारियों की अनदेखी व उपेक्षा के कारण उत्पन्न इस समस्या पर से परेशान लोगों का दर्द देखने वाला कोई नहीं हैं।

मच्छर और दुर्गंध से भी परेशानी
शिवकुटी मेला रोड के लोगों का कहना है कि रोड चौड़ीकरण के चलते तोड़े गए मकानों की नालियां भी तोड़ दी गई हैं। इससे दुर्गंध तो उठ ही रहा है मच्छर भी बढ़ गए हैं। बावजूद इसके यहां फागिंग व दवाओं के छिड़काव का काम नहीं कराया जा रहा है। जिससे लोगों का सांस लेना दुश्वार हो गया है। लोगों का कहना है कि शिकायत व मांग के बावजूद नगर निगम के जिम्मेदारों द्वारा इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

अब तोडफ़ोड़ चल रही है तो धूल तो उड़ेगी ही। अधिकारियों को चाहिए कि वे खुद इस रोड पर वाटर स्प्रे कराएं। ताकि उड़ रही धूल बैठ जाय और लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। धूल से परेशानी इतनी तरह की है कि बता पाना मुश्किल है। बस लोग किसी सूरत झेल रहे हैं।
सुभाषचंद्र, शिवकुटी मेला रोड

यहां दुकान में रखे खाने पीने सामानों पर भी धूल बैठ जाती है। तैयार सामानों को धूल से बचाने के लिए एक्स्ट्रा जतन करने पड़ रहे हैं। तमाम लोग तो सुबह शाम दरवाजे व आसपास के एरिया में खुद से पानी का छिड़काव कर देते हैं। मगर इससे भी राहत मिल पाना संभव नहीं दिखाई दे रहा है। सभी परेशान तो हैं ही।
मोती लाल गुप्ता, शिवकुटी मेला रोड

यदि वाटर स्प्रे मशीन नगर निगम के पास है तो उससे पानी का छिड़काव करना ही चाहिए। इतनी धूल यदि अभी शहर में कोई आदमी फैलाया होता तो नगर निगम उससे जुर्माना वसूल करने पहुंच गया होता। फिर इस धूल को शांत करने के लिए नगर निगम को ही व्यवस्था करनी चाहिए। यदि सुबह और शाम के वक्त भी पानी का छिड़काव टैंकरों व मशीनों से करा दिया जाय तो बड़ी राहत लोगों को मिलेगी।
सोनू, शिवकुटी मेला रोड