-कानपुर बांध से छोड़ा जा रहा पानी, आने वाले दिनों में बढ़ेंगी मुश्किलें

-तीर्थपुरोहितों और घाटियों की चौकियों को और पीछे किया गया, दुकानदार हटाए गए

प्रयागराज

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर एक बार फिर बढ़ना शुरू हो गया है। गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर 24 घंटे में दो सेंटीमीटर बढ़ा है। इसे देखते हुए घाटों पर रहने वाले तीर्थ पुरोहितों, घाटियों की चौकियों को और पीछे कर दिया गया है। वहीं, दुकानदारों को भी हटाया जा रहा है।

उत्तराखंड में हो रही बारिश के कारण नरौरा और हरिद्वार बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। कानपुर बांध से भी पानी आगे आ रहा है। इससे गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। संगम का एरिया लगातार सिकुड़ता जा रहा है। हालांकि गंगा और यमुना नदी अभी खतरे के निशान 84.73 मीटर से काफी नीचे बह रही है, लेकिन 24 घंटे में दोनों नदियों में दो सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है। ¨सचाई विभाग बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक रविवार रात आठ बजे तक फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 77.39 मीटर, छतनाग में 72.07 मीटर और नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 72.89 मीटर दर्ज किया गया।

जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम सक्रिय

गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ने पर जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम सक्रिय हो गई है। जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन यादव ने बताया कि जल पुलिस के साथ ही दो प्लाटून पीएसी बाढ़ राहत दल और एसडीआरएफ की एक टीम नदियों में लगातार भ्रमण कर रही है। छह मोटर बोट लगाई गई हैं। गोताखोरों को भी तैनात किया गया है। कछारी इलाकों में रहने वाले लोगों को भी सचेत किया जा रहा है।

फाफामऊ समेत कई जगह कटान हुई तेज

गंगा में पानी बढ़ने से फाफामऊ, रामघाट समेत अन्य छोटे-छोटे घाटों पर कटान तेज हो गया है। इसको देखते हुए जल पुलिस के जवानों ने नाविकों से सचेत रहने को कहा है। साथ ही जहां कटान हो रही है, वहां भी जवानों को तैनात किया गया है, जो श्रद्धालुओं को गहरे पानी में स्नान करने से रोक रहे हैं।