प्रयागराज ब्यूरो ।नए और पुराने शहर के बीच रोजाना अप-डाउन करने वाले हजारों लोगों के लिए राहत भरी खबर है। पानी की टंकी स्थित रेलवे पुल महाकुंभ से पहले ध्वस्त

नहीं किया जाएगा। इतना ही नही, पीडल्ब्यूडी इसकी मरम्मत कर नए विकल्प की तलाश करने में लगा है। जिससे इसे ध्वस्त किए बिना पब्लिक की सुविधा के लिए पहले की तरह चालू कर दिया जाए। फिलहाल इस पुल पर केवल दो पहिया वाहनों के लिए ही यातायात जारी रखा गया है।

रोजाना लगता है पुल पर जाम

बता दें कि पुल के काफी पुराने और जर्जर होने के चलते 12 फरवरी 2024 को इसे बंद कर दिया गया था। इसके दोनों ओर गार्डर लगाकर इस पर केवल दो पहिया वाहनों को चलने की इजाजत दी गई है। इसके चलते इसके पैरेलल 2019 में बने नए रेलवे पुल पर यातायात का पूरा लोड आ गया है। इसकी वजह से इस पुल पर सुबह शाम जाम लगता है। हजारों लोग रोजाना यहां से गुजरने वालों का समय काफी खराब होता है। मजबूरी में हजारों लोगो को रोजाना चौफटका पुल या चौक होकर नए शहर की ओर आना पड़ता है।

क्या है मामला

पुराने शहर के लूकरगंज, खुल्दाबाद, चकिया, राजरूपपुर, झलवा, हिम्मतगंज आदि एरिया के रहने वालों को नए शहर आने के लिए पानी की टंकी के पुल का सहारा लेना पड़ता है। 2019 में कुंभ से पहले शासन ने इसी पुल के पैरेलल एक नया पुल बना दिया। इसके बाद ट्रैफिक जाम की समस्या समाप्त हो गई। रोजाना हजारों लोग आसानी से पुराने और नए शहर के आने जाने लगे। अचानक इस साल की शुरुआत में 50 साल पुराने पुल को जर्जर होने पर बंद करा दिया गया। इससे एक बार फिर से यातायात की समस्या खड़ी हो गई है।

विकल्प तलाशने में लगा विभाग

अभी तक पानी की टंकी पर नए पुल का प्रस्ताव नही बनाया गया है। अगले साल महाकुंभ के समय इस एरिया में जाम की एक बड़ी समस्या बन सकता है। यह भी कहा गया था कि जर्जर हो चुके पुल को ध्वस्त किया जाएगा। लेकिन अब पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि इस पुल को महाकुंभ के बाद ध्वस्त किया जाएगा। इसके अलावा इसकी मरम्मत का विकल्प खोजकर इसे पुन: चालू कराने पर मंथन चल रहा है। इसको लेकर विभाग के आलाधिकारियों ने हाल ही में पुल का जायजा भी लिया था।

रोजाना आसान नही लंबा सफर

जबसे एक पुल को बंद किया गया है, लोग सुबह शाम जाम की समस्या से बचने के लिए विकल्प तलाश रहे हैं। हजारों लोग चौफटका पुल और हाई कोर्ट फ्लाईओवर होकर नए शहर में आ रहे हैं। इससे उनका ईंधन और समय दोनों बर्बाद हो रहा है। इसी तरह से बहुत से लोग जानसेनगंज होकर नए शहर आ रहे हैं। यह रास्ता भी उनको काफी कठिनाई भरा नजर आ रहा है।

हमारी प्राथमिकता में सबसे पहले लोगों की सुरक्षा है। जर्जर होने की वजह से बड़े वाहनों के यातायात को इस पुल पर बंद कर दिया गया है। अब इस पुल के मरम्मत के मरम्मत के जरिए नए विकल्प की तलाश की जा रही है।

- विनोद कुमार श्रीवास्तव, प्रमुख अभियंता और विभागाध्यक्ष, लोक निर्माण विभाग, प्रयागराज