राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र ने 10 तक हैवी रेनफाल का जारी किया है एलर्ट

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ALLAHABAD: मौसम विभाग लगातार अच्छे मानसून की भविष्यवाणी कर रहा है। यूपी से अलग कई राज्यों में जोरदार बरसात हो भी रही है। इलाहाबाद में भी बरसात का दौर शुरू हो चुका है, लेकिन ओवरऑल कंडीशन देखें तो अभी तक ये नार्मल से कम है। हालांकि, राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में 10 जुलाई तक हैवी रेनफाल की प्रिडिक्शन जारी की है।

राहत भरा जुलाई का पहला हफ्ता

इलाहाबाद में इस बार मार्च में ही 40 डिग्री सेल्सियस तक टेम्परेचर पहुंच गया था। इसके बाद जून तक पारा 40 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। जनपद में जोरदार गर्मी से लोग परेशान थे, तभी मौसम विज्ञान केन्द्र ने अच्छे मानसून की भविष्यवाणी कर लोगों को राहत दी थी। जुलाई का पहला सप्ताह शुरू होते ही मौसम ने तेवर बदले और अब तक लगातार बारिश का दौर जारी है।

लेट आया था मानसून

अनुमान है कि इस बार बारिश नार्मल से ऊपर ही रहेगी। लेकिन अब जब पहला सप्ताह बीतने को है तो बारिश की अभी तक जो फिगर प्राप्त हुई है। वह बहुत उत्साहजनक नहीं है। राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र के मुताबिक इलाहाबाद में 01 जून से 05 जुलाई के बीच नार्मल बारिश 112.7 मिलीमीटर होनी चाहिये थी। लेकिन इस समयावधि में 84.9 मिलीमीटर ही बारिश हो सकी है। यूपी में मानसून की इंट्री 15 जून मानी जाती है। इस बार मानसून देर से आया है।

औसत से नीचे ही रहा हर बार

बात 29 जून से 05 जुलाई के बीच की बारिश की करें तो इलाहाबाद में उपरोक्त समयावधि में स्थिति जरूर कुछ संतोषजनक रही है। इस दौरान 48.8 मिलीमीटर बरसात होनी चाहिये थी। लेकिन यह आंकड़ा 74 मिलीमीटर तक पहुंचा है। बहरहाल, करेंट वेदर कंडीशन इस बात की ओर जरूर इशारा कर रहा है कि इस बार जुलाई और अगस्त का महीना बीते पांच साल के रिकार्ड को जरूर ब्रेक करेगा। हालांकि, बीते सालों में बारिश का रिकार्ड जुलाई में औसत से काफी नीचे रहा और बरसात 400 मिलीमीटर का भी आंकड़ा पार नहीं कर सकी।

जुलाई में इलाहाबाद में पांच साल में बारिश का रिकार्ड

वर्ष 2012- 385.4 मिलीमीटर

वर्ष 2013- 294.8 मिलीमीटर

वर्ष 2014- 208.1 मिलीमीटर

वर्ष 2015- 160.1 मिलीमीटर

वर्ष 2016- 229.7 मिलीमीटर