प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर में गैस पाइप लाइन कनेक्शन देने की कवायद दिसंबर 2016 से शुरू हुई थी। इस दौरान कहा गया था कि अगले दो से तीन साल में पूरे शहर को यह सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी। लेकिन यह वादा पूरा नही हो सका। बीते पांच साल में केवल 17 हजार के आसपास कनेक्शन ही दिए जा सके हैं। वह भी दर्जन भर एरिया में। कंपनी का कहना है कि अब तक 650 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है। कई एरिया में इसका सर्वे किया जा रहा है।

पुराने शहर में घुसना मुश्किल
अभी तक जिन डेढ़ दर्जन इलाकों में गैस पाइप लाइन के कनेक्शन दिए गए हैं, उनमें फूलपुर, झूंसी, अंदावा, त्रिवेणीपुरम, नैनी इंडस्ट्रियल एरिया, जार्जटाउन, टैगोरटाउन, ममफोर्डगंज, नया कटरा, राजापुर, अशोक नगर, सिविल लाइंस, कालिंदीपुरम, राजरूपपुर, झलवा, ट्रांसपोर्ट नगर, करेली, सराय इनायत शामिल हैं। इसके अलावा पुराने शहर में अभी तक पाइप लाइन बिछाने की शुरुआत नही की जा सकी है। इसका कारण वहां की तंग गलियां बताई जा रही हैं, जिनमें सुरक्षा के दृष्टिकोण से गैस पाइप लाइन ले जाना आसान नही होगा।

सिलेंडर से किफायती है पाइप लाइन
बता दें कि गैस पाइप लाइन गैस सिलेंडर के मुकाबले अधिक किफायती है। एग्जाम्पल के तौर पर झूंसी में रहने वाले विकास बताते हैं कि उनका पांच लोगों का परिवार है। पहले 25 दिन के भीतर एक सिलेंडर खत्म हो जाता था। जिसकी कीमत इस समय 1155 रुपए है। गैस पाइप लाइन का कनेक्शन लेेने के बाद अब एक माह सात से आठ सौ रुपए की गैस खर्च होती है। पाइप लाइन में लगे सेपरेट मीटर के जरिए भुगतान की यूनिट तय की जाती है। ऐसे में प्रति माह यह परिवार 350 रुपए की बचत कर रहा है।

अपार्टमेंट्स में कनेक्शन देने की होड़
कंपनी अधिक से अधिक कनेक्शन बढ़ाने की कोशिश में है। जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के प्रमुख अपार्टमेंट्स में पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है और इनमें 8.5 हजार कनेक्शन्स को टारगेट किया जा रहा है। हालांकि अभी तक 1500 के आसपास ही लोगों ने अपना कनेक्शन लिया है। कंपनी का कहना है कि लोगों को जागरुक किया जा रहा है। इसके अलावा बमरौली एयरफोर्स, कैंट एरिया, आईआईआईटी, एचआरआई आदि से भी करार किया गया है। कनेक्शन की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। शहर के एक बहुत बड़े हिस्से में गैस की पाइप लाइन बिछाना भी बड़ा चैलेंज है।

कई साल पहले बताया गया था कि शहर के कोने- कोने में गैस पाइप लाइन बिछ जाएगी। लेकिन अभी तक कहीं भी यह होता नही दिख रहा है। इतनी धीमी गति से कनेक्शन दिया जाएगा तो पब्लिक का उत्साह कम पड़ जाएगा।
विभा शुक्ला, गृहणी

जिस तरह से गैस पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है, उसे देखकर लगता है कि प्रयागराज में हर घर में कनेक्शन देने में कई साल लग जाएंगे। लोगों को सस्ती गैस इस्तेमाल करने का फिलहाल मौका मिलता नही दिख रहा।
अरुण अग्रहरि, प्रोफेशनल

गैस सिलेंडर के यूज में काफी नुकसान भी हैं। हर महीने रिफिल कराओ, लीकेज हुआ तो नुकसान आपका, महंगा भी पड़ता है। जबकि पाइप लाइन में 24 घंटे आपूर्ति रहती है। पब्लिक को यह सस्ता भी पड़ेगा। लेकिन सुविधा कब मिलेगी यह पता नही।
सौरभ गुप्ता, बिजनेसमैन

लाइन बिछाने से पहले हमें सर्वे करना होता है। इसके बाद काम शुरू होता है। प्रयागराज में कई जगहों पर हमें रोड
चौड़ीकरण का इंतजार है। पुराने शहर में कनेक्शन देना बेहद मुश्किल है। यही सब कारण है कि पाइप लाइन बिछाने में समय लग रहा है।
करमेंद्र सिंह, एसोसिएट मैनेजर, आईओएलएजीपीएल प्रयागराज