प्रयागराज ब्यूरो । कोरोना महामारी के डर को लोगों ने भुला दिया है। यह बीते जमाने की बात हो गई है, लेकिन महामारी से बचाव के लिए लोगों को लगाई गई कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर आजकल चर्चाओं का बाजार गर्म है। ऐसे जिन लोगों को याद नही कि उन्होंने कौन सी वैक्सीन लगवाई थी वह यह जानने की कोशिश में लग गए हैं। यह इतना आसान नही है। हम बताते हैं कि किस तरह से जानेंगे कि आपने कौन सी वैक्सीन उस समय लगवाई थी।

कोविन पोर्टल के जरिए हुआ था टीकाकरण

भारत में कोरोना वैक्सीन से बचाव के लिए 220 करोड़ से अधिक लोगों ने वैक्सीनेशन कराया था। इस वैक्सीनेशन को सरकार द्वारा बनाए गए कोविन पोर्टल के जरिए संपन्न कराया गया था। सबसे ज्यादा लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन ही लगाई गई है। हालांकि देश में कुल सात तरह की वैक्सीन मौजूद थीं। दूसरे नंबर पर कोवैक्सीन की डोज लोगों को दी गई है। इसके अलावा कोरबेवैक्स, कोवोवैक्स और स्पूतनिक भी लोगों ने लगवाई थी। इतना ही नही, लोगों को वैक्सीन की दो डोज देने के बाद बूस्टर डोज की शुरुआत भी की गई थी।

हार्ट अटैक के बढ़ते केसेज बने कारण

कोरोना वैक्सीनेशन के बाद देश में बढ़े हार्ट अटैक के केसेज को लेकर पहले से चिंतित थे। इसके बाद एस्ट्राजेनेका द्वारा कोर्ट में यह बात स्वीकार करना कि इस वैक्सीन से खून के थक्के जमने की संभावना है। इसके बाद कोविशील्ड को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। बता देें कि एस्ट्राजेनेका ने भारत के सीरम इंस्टीट्यूट और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोविशील्ड को बनाया था।

इस प्रोसेस के जरिए मिलेगी जानकारी

सबसे पहले कोविन पोर्टल ष्श2द्बठ्ठ.द्दश1.द्बठ्ठ/ पर जाएं

यहां पर आपको दाहिने कोने में रजिस्टर/साइन इन का विकल्प दिखेगा,

उस पर क्लिक करने के बाद आपको मोबाइल नंबर से लागिन करना होगा।

कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए आपने रजिस्ट्रेशन करवाते समय अपना जो मोबाइल नंबर डाला था उसी को डालने पर फोन एक ओटीपी आएगा।

ओटीपी डालने के बाद आप पोर्टल में लॉगिन कर जाएंगे और यहां से आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी।

पोर्टल पर यह पता चल जाएगा कि आपने कब और कौन सी वैक्सीन लगवाई थी।

इसी पोर्टल से आप अपना वैक्सीन सर्टिफिकेट भी डाउनलोड कर सकते हैं।