बीच में ही छोड़ दिया exam

शुरू में ललित की मौत की खबर केवल कुछ स्टूडेंट्स के बीच थीलेकिन, सुबह के नौ बजते-बजते ये दु:खद घटना इंस्टीट्यूट के सभी स्टूडेंट्स तक पहुंच गईललित के इलाज में लापरवाही की गई है, ये सूचना स्टूडेंट्स को मिली तो वे सेशनल टेस्ट को छोड़कर डायरेक्टर ऑफिस जा पहुंचेकुछ ही मिनट में वहां भारी भीड़ लग गईस्टूडेंट मेडिकल ऑफिसर को हटाने व ललित के पैरेंट्स को कंपंसेशन देने की मांग कर रहे थेसाथ ही वे ये भी क्लियर करना चाहते थे कि ऐसा फ्यूचर में न हो, इसके लिए इंस्टीट्यूट एडमिनिस्ट्रेशन क्या कर रहा है

 सुबह नहीं लिया गया initiative

दरअसल ललित के फ्रेंड्स का कहना था कि वह बीमार हालत में ट्यूजडे की सुबह डिस्पेंसरी पहुंचा थामेडिकल ऑफिसर ने उसकी बीमारी को गंभीरता से लेकर इलाज करने के बजाए उसे कुछ मेडिसिन देकर लौटा दियाजबकि, ललित खुद ही डॉक्टर से डेंगू की आशंका जाहिर कर रहा थानतीजा ये हुआ कि शाम को ललित की तबियत अचानक बिगड़ गईफ्रेंड्स ने तबियत बिगड़ते देखा तो उसे फिर से डिस्पेंसरी ले गएजहां से उसे नाजरेथ हॉस्पिटल के लिए रिफर कर दिया गयाएम्बुलेंस के थ्रू उसे तकरीबन सात बजे हॉस्पिटल लाया गयाउसकी हालत लगातार बिगड़ती गईदेर रात तकरीबन डेढ़ बजे ललित ने दम तोड़ दियास्टूडेंट्स ने निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है

 समझाने में रहे सफल

डायरेक्टर ऑफिस पहुंचे आक्रोशित स्टूडेंट्स को फाइनली इंस्टीट्यूट एडमिनिस्ट्रेशन समझाने में कामयाब रहाडायरेक्टर ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे उनके आरोपों की इंक्वॉयरी कराएंगेललित के पैरेंट्स को कंपंसेशन देने पर भी विचार किया जाएगाहालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इंस्टीट्यूट के रूल्स रेगुलेशन में इस तरह का कोई फंड नहीं हैफिर भी वे आपस में कुछ कंट्रीब्यूशन करेंगेडायरेक्टर व इंस्टीट्यूट अन्य ऑफिसर्स पर फाइनली स्टूडेंट मान गए

 Exam रहेगा continue

इंस्टीट्यूट ऑफिसर्स ने स्टूडेंट्स को समझाने के साथ ही उन्हें थोड़ा प्रेशर में भी लियाइंस्टीट्यूट ऑफिसर्स ने कड़े लब्जों में स्टूडेंट्स से कहा कि वेडनसडे का एग्जाम कैंसिल कर दिया जाएगालेकिन, अगले दिन यानी थर्सडे से सभी एग्जाम में अपीयर होंएग्जाम अपने निर्धारित समय पर कंडक्ट कराए जाएंगेजो स्टूडेंट टेस्ट में एपीयर नहीं होगा, इसका जिम्मेदार वह खुद होगा