प्रयागराज (ब्‍यूरो)। चुनाव में एक बार फिर बीएलओ की उदासीनता सामने दिख गई। शहर के तमाम एरिया में वोटर पर्ची का वितरण नहीं किया गया। इसका असर यह हुआ कि मतदान केंद्रों पर पहुंचे वोटर्स को बूथ से वापस कर दिया गया। वह वोटर स्लिप सर्च करते नजर आए। जागरुकता के अभाव में वह मोबाइल ऐप का सहारा भी नही ले सके। वोटर आईडी होने के बावजूद उन्हे वोट डालने से रोका गया। कारण साफ था कि बिना वोटर पर्ची मतदाता सूची में नाम कौन तलाश करेगा? इतना समय किसके पास है।

करते रहे इंतजार, नहीं आया कोई
मार्निंग में दस बजे बेनीगंज के एडीसी कॉलेज में बनाए गए मतदान केंद्र का माहोल काफी गर्म नजर आया। यहां पर मौजूद वोटर रंजीत दत्तर, इंदू सैनी, इफ्तेखार आलम और मंसूर अहमद को बूथ से वापस लौटा दिया गया। इनका कसूर था कि वोटर पर्ची नही थी। बातचीत में उन्होंने बताया कि वोटर लिस्ट में हमारा नाम बिना सर्च किए हमें वापस किया गया। हम लोग कई दिन से इंतजार कर रहे थे लेकिन बीएलओ वोटर स्लिप बांटने नही आया। इसका खामियाजा आज भुगतना पड़ रहा है। इसी तरह करेली एरिया के आक्सफोर्ड स्कूल के बाहर मौजूद शकील और नजीर को वोटर पर्ची नही होने से वोट डालने से रोका गया। सिविल लाइंस के बीएचएस में विकास, तरन्नुम, मेरी लूकस में मुकेश, अभिषेक और बृजेश ने भी वोटर स्लिप नही मिलने की शिकायत दर्ज कराई। यह लोग वोटर स्लिप बनवाने के लिए बीएलओ को ढूंढते नजर आए।

छांव तलाशते रहे बीएलओ
जिन लोगों के पास वोटर स्लिप नही थी, उनके पास बीएलओ से नई वोटर स्लिप बनवाने का विकल्प था। लेकिन, इस बार चुनाव में पोलिंग सेंटर के आसपास भी बीएलओ को भटकने नही दिया गया। ऐसे में तमाम बीएलओ छांव तलाशते नजर आए। बेनीगंज के एडीसी कॉलेज में मार्निंग में बैठने की जगह नही मिलने पर बीएलओ और पुलिस के तीखी नोकझोक भी हुई। बाद में राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने भी बीएलओ का पक्ष लिया। बाबा मार्केट के नजदीक प्रयाग नर्सरी स्कूल से काफी दूरी पर बीएलओ का बैठाया गया था। ऐसे में वोटर्स उनकी तलाश में लगे रहे। यही हालात करेली, अशोक नगर, सिविल लाइंस, ममफोर्डगंज, तेलियरगंज के तमाम पोलिंग सेंटर्स का रहा। यहां पर भी बीएलओ को बैठने का उपयुक्त स्थान नही मिलने से वह भटकते रहे। यहां पर भी वोटर्स उनकी तलाश में लगे रहे।

नहीं ले सके सुविधा का लाभ
जागरुकता के अभाव में तमाम वोटर्स चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधा का लाभ नही उठा सके। बीएलओ विद्या देवी ने बताया कि इलेक्शन कमीशन आफ इंडिया की वेबसाइट से मोबाइल नंबर के जरिए आसानी से वोटर स्लिप डाउनलोड की जा सकती है। फिर इसे बूथ पर मतदान अधिकारी को दिखाकर वोट डाला जा सकता है। शहर के तमाम एरिया में बीएलओ वोटर स्लिप पूरी तरह से नही बांट सके हैं।