चहेतों को मौका, मेधावी छात्रा को किया बाहर

-HOD ने शोध के दाखिले में सुपर न्यूमरेरी सीट के प्रवेश पर जताया आश्चर्य

-छात्रों ने लगाए गंभीर अनयिमितता के आरोप, कहा शिक्षक के बेटे के चलते फंसा लफड़ा

-VC office पर प्रदर्शन, शुरू हुआ अनशन

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक बार फिर कम्बाइंड रिसर्च इंट्रेंस टेस्ट (क्रेट) के प्रवेश को लेकर विवाद गरमा गया है। इस बार का मामला संगीत एवं प्रदर्शन कला विभाग से जुड़ा हुआ है, जिसमें शोध के दाखिले में गंभीर अनियमितता के आरोप लगाए गए हैं। गड़बड़ी का आरोप लगाकर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने कैम्पस में जुलूस निकाला और वाइस चांसलर आफिस पर प्रदर्शन करके अनशन की शुरुआत कर दी।

लता मंगेशकर पर किया है बेहतरीन काम

छात्रों का आरोप है कि क्रेट के इंटरव्यू में प्रतिभावान छात्रा दिव्या शर्मा को गलत तरीके से अंक देकर बाहर कर दिया गया है। आरोप है कि छात्रा को नेट के पांच अंक नहीं दिए गए। इसके अलावा सिनाप्सिस के अंकों के आवंटन में भी हेरफेर किया गया। जबकि छात्रा ने संगीत की महान गायिका लता मंगेशकर पर बेहतरीन काम किया है। छात्रों का आरोप है कि यह पूरा मामला विभाग के ही एक शिक्षक के बेटे के प्रवेश से जुड़ा हुआ है, जिसे प्रवेश न देने पर अड़े विभाग के ही एक जिम्मेदार शिक्षक से उक्त शिक्षक की ठनी हुई है। छात्रों ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से जुड़े रहे इस जिम्मेदार शिक्षक पर यह भी आरोप जड़ा कि उसने लखनऊ यूनिवर्सिटी से जुड़ी अपनी एक चहेती छात्रा और दूसरी छात्रा का भी मनमानी करके चयन किया है। आरोप लगाने वालों में खुद दिव्या शर्मा, राजकुमार सिंह, प्रभाकर साहू, प्रभाकर साहू, अभिषेक राय, अतुल कुमार, दीप सिंह आदि हैं।

जैसा एयू एडमिनिस्ट्रेशन कह रहा है कर रहा हूं

उधर, विभाग में एक नया पेंच क्रेट के दाखिले में सुपर न्यूमरेरी की सीट पर प्रवेश को लेकर भी बना हुआ है। इस बाबत एचओडी प्रोफेसर जयंत का कहना है कि क्रेट के साक्षात्कार के जरिए चार वैकेंट सीटों की सापेक्ष चार अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। उन्होंने कहा कि जितनी भी शिकायतें आई थीं। उसे डीपीसी में रखकर सुलझाने की कोशिश की गई। जब उनसे सुपर न्यूमरेरी की सीट पर दाखिले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि वे तो नए आए हैं। जैसा एयू एडमिनिस्ट्रेशन कह रहा है वो वैसा ही कर रहे हैं। इसमें उनकी कोई गलती नहीं है। बता दें कि एयू में इससे पहले प्राचीन इतिहास, राजनीति विज्ञान, संस्कृत सहित कई विभागों में भी क्रेट के प्रवेश में धांधली के आरोप लग चुके हैं।