प्रयागराज (बयूरो)। एक शातिर महिला ने न सिर्फ कानून का मजाक बनाया बल्कि किसी को रंजिशन फंसाने के लिए दुरुपयोग भी किया। मकान के विवाद में अपने जेठ को गैंग रेप के फर्जी केस में जेल भेजवाने का प्लान बना डाला। गैंग रेप की गढी फर्जी स्क्रिप्ट का राइटर उसका प्रेमी था। इस गंभीर मामले को तहरीर मिलते ही दर्ज करके सरायममरेज की पुलिस तहकीकात में जुट गई। प्याज के परत की तरह एक-एक करके पुलिस सच्चाई तक पहुंचने की कोशिश करती रही। इस बीच पुलिस महिला को मेडिकल के लिए हॉस्पिटल ले गई। वहां मेडिकल में गैंग रेप तो दूर रेप तक की बात भी डॉक्टरों की पड़ताल में साबित नहीं हुई। इसके बाद फर्जी केस दर्ज कराने को लेकर पुलिस की आशंका को बल मिल गया। थाने लाकर पूछताछ की गई तो वह पूरी सच्चाई कबूल करते हुए खुद केस को फर्जी बताया। पुलिस उस शातिर महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर इस केस का खुलासा शनिवार को की।
जेल जाने से ऐसे बचा निर्दोष
पुलिस लाइंस सभागार में डीसीपी गंगा नगर अभिषेक भारती द्वारा मामले का खुलासा किया गया। उन्होंने बताया कि पुष्पा देवी पुत्री इंद्रजीत पटेल निवासी साथर सरायममरेज की शादी उतरांव में हुई थी। वह पिछले एक साल से मायके में ही रह रही थी। उसके पति की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। प्रॉपर्टी को लेकर पुष्पा का अपने जेठ मोती लाल पटेल से विवाद चल रहा था। जेठ को फर्जी केस में फंसाने के लिए महिला अपने प्रेमी राजेंद्र भारतीया पुत्र राम शिरोमणि निवासी रघुपुर थाना हंडिया के साथ मिलकर साजिश रची। राजेंद्र के कहने पर महिला द्वारा द्वारा सरायममरेज थाने में 18 अगस्त को गैंग रेप की तहरीर दी गई। जिसमें जेल व दो अन्य के ऊपर खेत में ले जाकर जबरन बारी-बारी रेप करने का आरोप था। चूंकि महिला के साथ गैंग रेप जैसे गंभीर मामला था, लिहाजा पुलिस केस दर्ज करके जांच में जुट गई। पुलिस को उसके द्वारा दी गई तहरीर पर पहले से ही शक हो गया था। लिहाजा महिला को मेडिकल के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया। मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई। उसके बदन पर चोट के निशान बनाए थे। यह बात मेडिकल बाद पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में महिला खुद कबूल की। सच्चाई सामने आई तो पुलिस के भी होश उड़ गए। महिला व उसके प्रेमी को पुलिस फर्जी केस दर्ज कराने व कानून का दुरुपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार कर ली। इस तरह एक निर्दोष गैंग रेप जैसे केस में जेल जाने से बच गया।
महिला के द्वारा गैंगरेप की फर्जी तहरीर दी गई थी। उसके द्वारा गैंगरेप की बात मेडिकल रिपोर्ट में साबित नहीं हुई। इसके बाद पूछताछ में वह पूरी फर्जी घटना की सच्चाई कबूल की। उसे व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
योगेश सिंह, थाना प्रभारी सरायममरेज