दो बेटियों के बाद बेटे के लिए कर चुकी थी तमाम जतन, निराश होकर लगा ली फांसी

शव का पोस्टमार्टम कराने से परिजनों ने किया इंकार

ALLAHABAD: मंदिर से लेकर मजार तक मत्था टेकने के बाद भी बेटे की चाहत पूरी न होने से व्यथित महिला ने फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। घटना गुरुवार की देर रात की है। सुबह फांसी पर लटकते उसके शव को देख परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंसी के फंदे से उतार कर परिजनों को सौंप दिया।

जोंधवल मोहल्ले का है मामला

शिवकुटी थाना क्षेत्र के जोंधवल मोहल्ला निवासी इंद्रबली मिश्र प्राइवेट नौकरी करता है। परिवार में पत्‍‌नी मंगला मिश्रा और दो बेटियां हैं। बताते हैं कि गुरुवार की रात पत्‍‌नी मंगला ने सभी को भोजन कराने के बाद कमरे में सोने चली गई। शुक्रवार की सुबह देर तक जब मंगला कमरे से बाहर नहीं आई तो बेटियां उसे जगाने के लिए कमरे में गई। कमरे में मां को पंखे के चुल्ले में बंधे दुपट्टे के सहारे लटकते देख वे दंग रह गई और चिल्लाने लगीं, उनमें कोहराम मच गया। चीख पुकार सुनकर पिता भी मौके पर पहुंच गया। कुछ ही देर में आसपास के लोगों की मौके पर भीड़ लग गई। सूचना पर पहुंची शिवकुटी पुलिस ने कमरे की छानबीन की। कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। एसआइ सच्चिदानंद राय ने बताया कि परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे। इसलिए शव को उन्हें सौंप दिया गया है। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि मंगला की दो बेटियां हैं। उसे बेटे की चाहत थी। इसे लेकर वह काफी समय से तनाव में चल रही थी। पुलिस का अनुमान है कि बेटा न होने के गम में उसने मौत का रास्ता अख्तियार कर लिया।