प्रयागराज (ब्‍यूरो)। प्लान सक्सेस रहा तो इस बार माघ मेला में भी आप कुंभ की तरह टेंट सिटी का लुत्फ उठा सकेंगे। यमुना नदी के रेत टेंट सिटी बसाने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर कवायद तेज हो गई है। वर्ष 2025 में महाकुंभ का आयोजन होगा। इस लिए माघ 2024 के माघ मेला में विदेशी पर्यटकों के आने की प्रबल संभावना है। इन पर्यटकों के आने से माघ मेला में टेंट सिटी की उपयोगिता अहम मानी जा रही है। विदेशी पर्यटकों के साथ लोकल लोग भी निर्धारित पैसा जमा करके टेंट सिटी का लुत्फ उठा सकेंगे।

बैठक में अफसर कर चुके हैं चर्चा
इस बार माघ मेला के लिए 770 हेक्टेयर क्षेत्रफल में रेत पर तंबुओं का शहर बसाया जाएगा। पांच जोन में बसाए जाने वाले इस अस्थाई धार्मिक शहर अकी कई तरह की नई व्यवस्था महाकुंभ के ट्रायल के रूप में की जाएंगी। चूंकि 2025 में महाकुंभ लगेगा। इस लिए माघ मेला को लोग महाकुंभ ट्रायल के रूप में देख रहे हैं। इस लिए माना यह जा रहा है कि माघ मेला में विदेशी पर्यटकों भी बड़ी संख्या में आ सकते हैं। इन पर्यटकों के आने से जिले विदेशों में महाकुंभ को लेकर अच्छी छवि जाएगी। इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए इस बार माघ मेला में भी टेंट सिटी बसाने का प्लान अफसरों के द्वारा तैयार किया जा रहा है। हालांकि यह प्लान अभी अफसरों की फाइलों का हिस्सा नहीं बन सका है। बैठकों में इस बात पर अधिकारियों के बीच चर्चा हो चुकी है। इसी लिए माना जा रहा है कि यदि प्लान सक्सेस हुआ तो माघ मेला में पर्यटकों के साथ लोग भी टेंट सिटी का लुत्फ उठा सकेंगे। इस टेंट सिटी में सारी व्यवस्थाएं हाईटेक होंगी। टेंट सिटी टू-बीएचके फ्लैट के लुक में तैयार किए जाएंगे। मतलब यह कि जिस तरह से कुंभ में टेंट सिटी का निर्माण हुआ था, ठीक उसी प्रकार इस बार भी टेंट सिटी बसाने का प्लान है।

महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए इस बार माघ मेला में कई नए कार्यों का ट्रायल होगा। माघ मेला के बाद महाकुंभ लगेगा। इस लिए पर्यटकों के आने की संभावना काफी है। यही वजह है कि टेंट सिटी बनाने पर विचार किया जा रहा है।
दयानंद प्रसाद, अपर मेला अधिकारी