यातायात माह के दौरान लगाये गये आई टेस्ट कैंप से सामने आयी हकीकत
यातायात माह के दौरान लिया इनीशिएटिव, 20 फीसदी की आंखों की रोशनी कम मिली
बुधवार को पुलिस लाइंस में हुआ यातायात माह का समापन, बेहतर काम करने वाले सम्मानित

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। यातायात माह में पब्लिक वाहनों को चलाने वालों के लिए यह कैंप ट्रैफिक पुलिस ने प्राइवेट हॉस्पिटल के साथ मिलकर दो स्थानों पर इनीशिएट किया था। टेस्ट की रिपोर्ट बताती है कि बीस प्रतिशत चालकों की आंख सही नहीं है। उनके आंख की रोशनी काफी कमजोर है। महीने भर से चल रहे यातायात माह का बुधवार को पुलिस लाइंस में समापन हुआ। समापन अवसर पर एडीजी प्रेम प्रकाश, आईजी डॉ। राकेश सिंह, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय व एसपी सिटी संतोष मीना एवं एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित सहित सभी क्षेत्राधिकारी व पुलिस के जवान और समाजसेवी मौजूद रहे। सराहनीय कार्य करने वाले जवानों व नागरिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

370 की जांच 80 को लगा चश्मा
यातायात माह के समापन अवसर पर एडीजी द्वारा पूरे महीने की गई चेकिंग व चालान आदि की कार्रवाई के ब्योरा का जिक्र किया गया। उन्होंने कहा कि एक महीने तक चलाए गए इस अभियान में स्कूलों और चौराहों पर जागरूकता प्रोग्राम सराहनीय रहा। इसके लिए उनके जरिए एसएसपी, गंगापार, यमुनापार एवं सिटी के एसपी संग एसपी ट्रैफिक व क्षेत्राधिकारियों और थाना प्रभारियों सहित सिपाहियों की सराहना की गई। उन्होंने कहा कि आज सिर्फ यातायात माह का समापन हो रहा है। मगर, इस अभियान को कार्यक्रम में मौजूद सभी अफसर व लोग हमेशा जारी रखें। ताकि हादसों में हो रही लोगों की मौत को रोका जा सके। आईजी द्वारा ड्राइविंग के वक्त हेलमेट और सीट बेल्ट लगाए जाने पर जोर दिया गया। एसएसपी ने गाडिय़ों को कंट्रोल स्पीड में चलाने पर बल दिया। कहा कि गाड़ी को ओवर स्पीड में ड्राइव नहीं करें। इसी तरह तीनों एसएसपी द्वारा मातहतों को हेलमेट व गाड़ी चेकिंग को जारी रखने के लिए प्रेरित किया गया। कहा कि चेकिंग के दौरान वह मानवीयता का भी ध्यान रखें और हर व्यक्ति से शालीनता पूर्वक बात करें। आखिरी में एसपी यमुनापार द्वारा अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।

17 और 24 को लगा कैंप
ट्रैफिक इंस्पेक्टर अमित कुमार ने कहा कि यातायात माह में 17 नंवबर को रेलवे स्टेशन गेट नंबर एक की ओर तिपहिया व ई-रिक्शा चालकों के आंख का चेकअप कराया गया।
इस काम में एक प्राइवेट हॉस्पिटल का सहयोग सराहनीय रहा। इ
सी तरह 24 नवंबर को कचहरी विक्रम स्टैंड पर इस कैंप का आयोजन किया गया।
दोनों ही कैंपों में चिकित्सकों द्वारा 370 चालकों के आंख की जांच की गई।
इनमें कुल 80 चालकों के आंख की रोशन काफी कम पाई गई। जिन्हें तत्काल चश्मा दिया गया।
साथ डॉक्टरों द्वारा उन्हें आंख का प्रॉपर इलाज कराने की भी सलाह दी गई।