प्रयागराज (ब्‍यूरो)। लखनऊ जा रही एसी बस में सवार 22 लोगों के लिए एक युवक फरिश्ता बनकर आया। अगर युवक ने समय रहते बस न रुकवा दी होती तो बस में सवार सभी 22 लोग बेमौत मारे जाते। मगर बाइक सवार युवक ने चालक को बस रोकने को कहा, बताया कि बस से चिंगारी गिर रही है तब तक अंदर भी धुआं उठना शुरू हो चुका था। चालक ने बस रोक दिया, उधर बस रुकवाने वाला बाइक सवार युवक जा चुका था।

एक युवक ब्लडबैंक के पास खड़ा था। तभी उसके सामने से एसी बस गुजरी। बस के इंजन के नीच चिंगारी गिर रही थी। बस गुजर गई तो युवक ने अपनी बाइक स्टार्ट की। युवक बस के पीछे लग गया। एसी बस तेज रफ्तार में थी। युवक बेली हॉस्पिटल के सामने बस के साथ चलने लगा। उसने जोरदार आवाज में चालक को बताया कि बस से नीचे चिंगारी गिर रही है। कंडक्टर अंगद के मुताबिक चालक ने आवाज सुनते ही बस रोकी, तब तक अंदर बोनट से धुआं उठने लगा था। इस पर उसने चिल्लाकर यात्रियों को बाहर निकलने के लिए कहा। यात्री तेजी से बाहर निकलने लगे।
सहम गए बस के यात्री

लखनऊ जा रही बस में सवार यात्री इधर उधर हो गए। मगर तीन यात्री रुके रहे। बस यात्री सुनील, अभिषेक और पवन धू धूकर चलती हुई बस को देख रहे थे। शायद वो सोच रहे थे कि देर हो जाती तो न जाने क्या से क्या हो जाता। तीनों यात्रियों ने बताया कि वह लोग लखनऊ जाने के लिए बस में बैठे। कंडक्टर से टिकट लिया। इसके बाद अपने मोबाइल देखने लगे। बस रवाना हो गई। बस में आग की ओर उनका ध्यान तब गया जब कंडक्टर ने उतरने के लिए चिल्लाना शुरू किया। बस के अंदर धुआं भरता देख उन लोगों के होश उड़ गए। तीनों ने बताया कि कंडक्टर की सजगता से वह लोग बच पाए। कुछ मिनट की देर हो जाती तो सभी यात्री बेमौत मारे जाते।

किसी काम की नहीं इमरजेंसी खिड़की
एसी बस में चढऩे और उतरने के लिए एक ही दरवाजा होता है। बस में ड्राइवर साइड एक इमरजेंसी खिड़की होती है, मगर वो बीच में होती है। कंडक्टर अंगद के मुताबिक वह अपनी सीट पर खड़ा होकर चिल्ला रहा था। यात्री इतनी तेजी से गेट की तरफ आए कि वह इमरजेंसी खिड़की तक उसे खोलने के लिए पहुंच ही नहीं पाया।

कम यात्री होने से बची जान
लखनऊ जा रही बस में केवल बीस यात्री थे। जबकि दो चालक कंडक्टर। ऐसे में सभी की जान बच गई। सभी बमुश्किल चालीस से पचास सेकेंड में उतर गए। अगर यात्रियों की संख्या ज्यादा होती तो फिर पीछे फंसे यात्री जरुर आग में फंस जाते। उनका उतरना मुश्किल हो जाता। और बड़ा हादसा हो जाता।

सेवा प्रबंधक करेंगे जांच
आलमबाग डिपो की बस में आग लगने की घटना की जांच सेवा प्रबंधक मुकेश करेंगे। सेवा प्रबंधक को एक सप्ताह में घटना की जांच रिपोर्ट क्षेत्रीय प्रबंधक को देनी है।

आलमबाग डिपो की एसी बस में आग लगने की घटना बेहद गंभीर है। सेवा प्रबंधक को जांच का निर्देश दिया गया है। सभी यात्री, चालक, कंडक्टर सुरक्षित हैं। जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में मांगी गई है। इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
एमके त्रिवेदी क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज