-एग्जाम सेंटर्स पर अधिक कैंडिडेट्स होने के चलते सोशल डिस्टेसिंग की उड़ी धज्जियां

-सुबह 9-12 तो दूसरी पाली 12-5 बजे तक शांतिपूर्वक हुआ बीएड एंट्रेंस एग्जाम

फ‌र्स्ट पाली

14800-कैंडिडेट्स थे रजिस्टर्ड

12016-कैंडिडेट्स ही पहुंचे एग्जम देने के लिए

2784-कैंडिडेट्स ही एग्जाम देने के लिए नहीं पहुंचे

सेकंड पाली

4800-कैंडिडेट्स थे रजिस्टर्ड

12040-कैंडिडेट्स ही पहुंचे एग्जम देने के लिए

2760-कैंडिडेट्स ही एग्जाम देने के लिए नहीं पहुंचे

30-सेंटर्स पर हुआ बीएड एंट्रेंस एग्जाम

बरेली: बीएड एंट्रेंस एग्जाम संडे सुबह 30 सेंटरों पर शुरू हुआ। दो पालियों में हुए एंट्रेंस एग्जाम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। एग्जाम को लेकर कई तैयारियां तो की गई लेकिन कई खामियां भी सामने आई। जिला प्रशासन ने जहां कैंडिडेट्स के बीच सोशल डिस्टेसिंग का ख्याल रखा, तो वहीं एग्जाम छूटते समय और सेंटर्स के बाहर खड़े परिवार के लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग धड़ाम नजर आई। बीएड एंट्रेंस एग्जाम में कुल 14800 कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे। जिसमें से फ‌र्स्ट पाली में 1206 कैंडिडेट्स ने ही बीएड एंट्रेंस एग्जाम दिया। जबकि 2785 कैंडिडेट्स एग्जाम देने ही नहीं पहुंचे। सेकंड पाली में 12040 कैंडिडेट्स ही पहुंचे एग्जम देने के लिए पहुंचे जबकि 2760 कैंडिडेट्स ही एग्जाम देने के लिए नहीं पहुंचे। यानि कुल मिलाकर 18.5 परसेंट स्टूडेंट्स ने एग्जाम छोड़ दिया। वहीं शाम तक कोई मुन्ना भाई पकड़ में नहीं आया। वहीं प्रशासन का कहना है कि बीएड एंट्रेंस एग्जाम शांतिपूर्वक निपट गया है किसी भी सेंटर्स से कोई समस्या की सूचना नहीं मिली है।

फोटो और फोटो कॉपी के लिए भटके

बीएड एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए पहुंचे कैंडिडेट्स सेंटर्स पर पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि उन्हें प्रवेश पत्र पर अपना पासपोर्ट साइज का फोटो लगाना है इसके साथ ही प्रवेश पत्र की एक हार्ड कॉपी देना होगी। इससे कई कैंडिडेट्स एग्जाम सेंटर्स पर बैठने के बाद सीट छोड़कर एडमिट कार्ड की फोटो स्टेट कराने के लिए दौड़ते रहे तो कई कैंडिडेट्स एडमिट कार्ड पर अलग से फोटो लगाने के लिए फोटो बनवाने के लिए भटकते रहे। हालांकि इस दौरान फोटो स्टेट की शॉप बंद होने से कैंडिडेट्स और उनके पेरेंट्स को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

10 बजे एंट्री को दौड़ते रहे स्टूडेंट्स

बीएड एंट्रेंस एग्जाम सेंटर्स पर स्टूडेंट्स को दो घंटा पहले बुलाया गया था। लेकिन कई कैंडिडेट्स एग्जाम सेंटर्स पर लेट पहुंचे, इसमें अधिकतर कैंडिडेट्स वह थे जो दूसरी डिस्ट्रिक्ट से बरेली एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए पहुंचे थे। एग्जाम सेंटर्स पर एग्जाम समय से शरू हो गया लेकिन सुबह को स्टूडेंट्स 10 बजे सेंटर्स पर दौड़ लगाते दिखे। हालांकि ऐसे स्टूडेंट्स पर सेंटर के स्टाफ ने हेल्प करते हुए उन्हें सेंटर्स पर एंट्री दे दी। जबकि कई कैंडिडेट्स को कॉलेज के सेंटर पर रूम तलाशने में भी दिक्कत हुई।

फैमिली मेंबर्स को भी करनी पड़ी तपस्या

वीकेंड लॉकडाउन के बीच हुआ बीएड एंट्रेंस एग्जाम दिलाने के लिए अदर डिस्ट्रिक्ट या फिर तहसील क्षेत्र से एग्जाम देने आए कैंडिडेट्स के पेरेंट्स भी साथ दिखे। ऐसे में एग्जाम देने के लिए कैंडिडेट्स तो एग्जाम देने के लिए चले गए लेकिन फैमिली मेंबर्स को शाम तक तपस्या करनी पड़ गई। सुरक्षा के चलते पुलिस ने इन लोगों को सेंटर्स के भीतर नहीं रुकने दिया। एग्जाम के लिए घरों से सुबह जल्दी निकलने से यह लोग अपना ब्रेकफास्ट भी साथ लाए। लेकिन एग्जम सेंटर्स पर ब्रेकफास्ट ले जाने के लिए अनुमति नहीं दी। एग्जाम पूरा होने के बाद जब स्टूडेंट्स बाहर आए तभी इनका इंतजार पूरा हुआ। इसके बाद यह लोग अपने-अपने वाहनों से घरों को लौटे।

दिव्यांग स्टूडेंट्स में भी बीएड का क्रेज

बेहतर फ्यूचर को लेकर दिव्यांग स्टूडेंट्स भी बीएड क्रेजी दिखाई दिए। ऐसे स्टूडेंट्स सभी सेंटर्स पर एग्जाम देने पहुंचे। बरेली कॉलेज एग्जाम सेंटर पर स्टूडेंट्स की संख्या अधिक होने से यहां दिव्यांग स्टूडेंट्स की संख्या भी अधिक रही। सेंटर पर इन स्टूडेंट्स को पूरा सहयोग भी किया गया। जो दिव्यांग स्टूडेंट्स सेंटर पर सीढ़ी चढ़कर एग्जाम रूम तक पहुंचने में असमर्थ रहे, उन्हें उनकी सुविधा की जगह ही पेपर सॉल्व की करने की सुविधा दी गई। इससे कई दिव्यांग स्टूडेंट्स एग्जाम रूम के बाहर बैठकर पेपर साल्व करते दिखे।

विदआउट सर्च, थर्मल स्क्रीनिंग कर एंट्री

बीएड एग्जाम सेंटर्स पर सभी स्टूडेंट्स के लिए मास्क लगाकर आना था लेकिन कई कैंडिडेट्स ऐसे थे जो मास्क जेब में रखे हुए थे या फिर लगाए नहीं थे। ऐसे कैंडिडेट्स को मास्क लगवाने के बाद थर्मल स्क्रीनिंग कर एंट्री दी गई। जबकि इस एंट्री से पहले कैंडिडेट्स की सर्च आदि टीचर्स ने नहीं ली।

खाने-पीने के लिए भटकते रहे

वीकेंड लॉकडाउन के बीच एग्जाम में प्रशासन ने सिर्फ वाहनों के आवाजाही की छूट दी लेकिन अदर मार्केट ओपन होने के लिए कोई छूट नहीं दी। जिस कारण फ‌र्स्ट पाली का एग्जाम छोड़कर जैसे ही कैंडिडेट्स अपने परिजनों से मिले या फिर अकेले कुछ खाने पीने के लिए तलाश करने लगे। लेकिन एक दो ठेला ही बरेली कॉलेज गेट पर दिखे इसके अलावा पूरे शहर में खाने पीने के लिए कैंडिडेटस और उनके पेरेंट्स की लिए प्रॉब्लम उठानी पड़ी।

छात्र की बिगड़ी तबियत

शहर के विष्णु इंटर कॉलेज में सेकंड पाली में शहर के मुंशी नगर निवासी एक छात्र की हालत बिगड़ी गई, आनन फानन में स्टॉफ ने उसे संभाला, छात्र को तेज बुखार बताया गया। सूचना एम्बुलेंस को दी गई लेकिन समय से नहीं पहुंच सकी जिस के बाद छात्र अपने भाई के साथ चला गया। कोरोना संदिग्ध होने पर बाद छात्र की हालत ठीक नहीं होने पर घर भेज दिया गया। इसके बाद रूम और बरामदा को सैनेटाइज कराया गया।

बोले कैंडिडेट्स

-एग्जाम तो अच्छा हुआ, कोई प्रॉब्लम भी नहीं हुई, कुछ कैंडिडेट्स जो सुबह को एडमिट कार्ड पर अपना फोटो लगाकर नहीं लगाए उन्हें ही प्रॉब्लम हुई।

-अनमता जावेद, बरेली

-सुबह को एग्जाम सेंटर्स पर पहुंचने के लिए मुश्किल हुई जब एग्जाम सेंटर्स पर पहुंच गए तो पता चला कि एडमिट कार्ड की भी फोटो कॉपी चाहिए। जिसको लेकर प्रॉब्लम हुई।

शिवानी यादव, पीलीभीत

-एग्जाम सेंटर्स पर पता चला कि एडमिट कार्ड पर फोटो लगाना है एडमिट कार्ड की फोटो कॉपी जमा करनी है। इसको लेकर कई कैंडिडेट्स परेशान हुए। इससे लोगों को प्रॉब्मल हुई।

जयंती गुप्ता शाहजहांपुर

एग्जाम पेपर तो कठिन नहीं था लेकिन जब फोटो कॉपी कराने एडमिट कार्ड मांगा गया तो मुश्किल हो गई क्योंकि इस समय फोटो स्टेट की भी शॉप बंद ऐसे में बहुत मुश्किल हो गई।

सौरभ शर्मा, शाहजहांपुर