बरेली (ब्यूरो)। रोडवेज बसों में आए दिन होने वाले हादसों पर अंकुश लगाने के लिए रोडवेज अधिकारियों ने बसों में स्लीप अलर्ट डिवाइस लगाने की कवायद शुरू कर दी है। इसको लेकर मुख्यालय स्थित रोडवेज की वर्कशॉप में तेजी से काम चल रहा है। जल्द ही बरेली समेत यूपी की सभी रोडवेज बसों को स्लीप अलर्ट डिवाइस से लैस कर दिया जाएगा। जिसके बाद बस चालक के ड्राइविंग के दौरान झपकी आने से होने वाले हादसों पर पूरी तरह से अंकुश लग पाएगा।

पहले एसी बसों में लगेगी डिवाइस
आरएम आरके त्रिपाठी ने बताया कि रोडवेज की बसों में स्लीप अलर्ट डिवाइस लगाने का काम मुख्यालय स्थित वर्कशॉप में तेजी से चल रहा है। ट्रायल के बाद बरेली की रोडवेज बसों में भी जल्द ही डिवाइस लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि पहले फेज में रोडवेज की एसी बसों में स्लीप अलर्ट डिवाइस लगाई जाएंगी। उसके बाद दूसरे फेज में नॉन एसी बसों में डिवाइस लगाई जाएंगी।

ऐसे करेगी काम
आरएम ने बताया कि स्लीप अलर्ट डिवाइस एक सेंसर है। जो रोडवेज की बसों में चालक के पास लगाई जाएगी। ड्राइविंग के दौरान यदि चालक को नींद की झपकी आएगी तो यह डिवाइस बसों को तुरंत सीज कर देगी, जिससे बस बंद हो जाएगी और हादसे का खतरा टल जाएगा। उन्होंने बताया कि बसों में स्लीप अलर्ट डिवाइस लगने से 90 प्रतिशत तक हादसों पर अंकुश लग सकेगा।

मेंटीनेंस में लापरवाही नहीं
आरएम आरके त्रिपाठी ने बताया कि पिछले दिनों यूपी रोडवेज के एमडी आरपी सिंह ने आदेश दिया है कि किसी भी डिपो व वर्कशाप में बसों के मेंटीनेंस में लापरवाही न बरती जाए। इसके अलावा बस का कोई भी पार्ट खराब होने पर जुगाड़ टेक्नोलॉजी यूज न कर उस पार्ट को तत्काल रिप्लेस करने के भी आदेश दिए है।

एक्सपर्ट होंगे ड्राइवर्स
आरएम ने बताया कि बसों के एक्सीडेंट पर अंकुश लगाने के लिए जहां रोडवेज की बसों में स्लीप अलर्ट डिवाइस लगाई जा रही है। वहीं ड्राइवर्स को भी सेमुलेटर में ट्रेनिंग दी जा रही है। अभी यह ट्रेनिंग छोटी-छोटी टीम बनाकर दी जा रही है। जल्द ही ट्रेनिंग शेड्यूल बनाकर बड़ी संख्या में ड्राइवर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही उनका मानसिक व हेल्थ चेकअप भी कराया जाएगा। हेल्थ और ट्रेनिंग में फेल होने वाले ड्राइवर्स को डिपार्टमेंट में तैनात कर दूसरे काम लिए जाएंगे। ट्रेनिंग व हेल्थ में पूरी तरह फिट होने वाले चालकों को ही बस चलाने के लिए दी जाएगी।

कंडम बसें की जा रहीं चिह्नित
रोडवेज के अधिकारियों ने बताया कि बरेली रीजन की डिपो की निर्धारित किमी तक चल चुकी रोडवेज बसों को रुट पर नहीं भेजा जाएगा। बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर कंडम हो चुकी बसों को चिह्नित कर उनकी डिटेल एकत्र की जा रही है। जल्द ही लिस्ट बनाकर मुख्यालय भेजी जाएगी।

फैक्ट एंड फिगर
663 बसें हैं बरेली रीजन में
25 हजार से अधिक पैसेंजर्स डेली इन बसों में करते हैं सफर
13 एसी बसें रुहेलखंड डिपो में
18 एसी बसें बरेली डिपो में

वर्जन
रोडवेज बसों में स्लीप अलर्ट लगाने का कार्य मुख्यालय स्थित वर्कशाप में तेजी से चल रहा है। ट्रायल के बाद बरेली रीजन की बसों में स्लीप अलर्ट डिवाइस लगाई जाएगी।
आरके त्रिपाठी, आरएम