-पुलिस ने प्रेमनगर में एटीएम लूट की वारदात का किया खुलासा

-नोएडा और बरेली के बदमाश शामिल, 4 गिरफ्तार, डॉन फरार,

बरेली: प्रेमनगर थाना एरिया में एचडीएफसी बैंक का एटीएम उखाड़कर ले जाने के मामले का पुलिस ने 17 दिन बाद खुलासा कर दिया है। एटीएम लूटकर ले जाने की वारदात को अंजाम देने से पहले बदमाशों ने तीन सफारी कार चोरी कीं लेकिन दो बार उनकी किस्मत ने धोखा दे दिया। वारदात को बरेली के बहेड़ी और शेरगढ़ के साथ नोएडा के बदमाशों ने मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस ने वारदात में शामिल चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मास्टरमाइंड अभी भी फरार है। पुलिस ने उनके पास से वारदात में इस्तेमाल सेंट्रो कार, लोहे का तार व तमंचे भी बरामद किए हैं।

सायरन सुनकर भाग गए थे

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 5 सितंबर की रात में सूर्या बैंक्वेट हाल के पास कार सवार बदमाशों ने एटीएम उखाड़ने का प्रयास किया था। बदमाशों ने लोहे के तार को कार में बांधकर एटीएम उखाड़ भी लिया था लेकिन पुलिस का सायरन बजने पर एटीएम गाड़ी में डालने से पहले वह फरार हो गए थे। मामले की सीसीटीवी फुटेज भी मिली थी। दूसरे दिन पुलिस को भोजीपुरा एरिया में एक लावारिस सफारी कार भी मिली थी, जो सुभाषनगर में हॉस्पिटल के बाहर से चोरी हुई थी, जो वारदात में शामिल थी। वारदात के खुलासे के लिए प्रेमनगर थाना के अलावा क्राइम ब्रांच की टीमों को भी लगाया गया था।

डॉन है सबका मास्टरमाइंड

एसएसपी के मुताबिक इस मामले में गौतमपुरी, दादरी गौतमबुद्ध नगर निवासी आकाश उर्फ आदित्य मिश्रा, शेरगढ़ के नंदपुर निवासी विशाल गंगवार और सचिन गंगवार और बहेड़ी के सिमरा निवासी वेदप्रकाश श्रीवास्तव को प्रेमनगर एरिया में दूसरे एटीएम को चोरी करने की रैकी के दौरान गिरफ्तार किया गया है। बदमाशों ने पुलिस की घेराबंदी के दौरान फायरिंग भी की। उनका साथी प्रहलादपुर, शेरगढ़ निवासी मोनू उर्फ डॉन फरार है। वही मास्टमाइंड है। सभी रुद्रपुर की फैक्ट्री में काम करते हैं। बदमाशों ने बताया कि भागने के बाद उन्होंने सफारी कार भोजीपुरा में छोड़ दी थी और अपनी सेंट्रो कार से रुद्रपुर फरार हो गए थे।

एक गाड़ी खराब तो एक पकड़ी गई

वह काफी समय से वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। इसके लिए वह मोनू की कार से घूमते थे और कई जगह एटीएम चेक किए। एटीएम उखाड़ने के लिए उन्होंने मजबूत कार की जरूरत थी, जिससे एटीएम भी आसानी से उखड़ जाए और एटीएम आसानी से कार में रख भी लिया जाए। इसके लिए उन्होंने सबसे पहले 1 अगस्त को देवरनियां से सफारी कार चोरी की जिसे उन्होंने रुद्रपुर ट्रांजिट कैंप के पास खड़ी कर दी, लेकिन वहां पब्लिक ने पुलिस को लावारिस कार खड़ी होने की सूचना दी तो पुलिस ने कार जब्त कर ली। उसके बाद उन्होंने 21 अगस्त को भोजीपुरा से सफारी कार चोरी की लेकिन कार खराब होने से उसे बहेड़ी के रामलीला ग्राउंड में छोड़ दिया था। उसके बाद 23 अगस्त को बदायूं रोड सुभाषनगर से दया हॉस्पिटल के बाहर से कार चोरी की। इसी कार से वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने तीनों चोरी की कार बरामद कर ली हैं।

टोल नहीं करना था क्रास

पुलिस गिरफ्त में आए बदमाशों ने बताया कि लूटपाट की पूरी प्लानिंग मोनू उर्फ डान ने की थी। वारदात को अंजाम देने के लिए उन्होंने कई एटीएम की रैकी की थी। वारदात को अंजाम देने से पहले सभी ने अपने फोन स्विच ऑफ कर लिए थे और फिर शहर से वापस लौटने के बाद ऑन किए थे। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से उनके नंबर को ट्रेस कर लिया। सभी ने हाईस्कूल तक ही पढ़ाई की थी। एटीएम उखाड़ने का आईडिया कहां से आया, इसका पुलिस पता लगा रही है। पूछताछ में आया कि बदमाशों ने बचने के लिए पहले से प्लानिंग की थी कि टोल प्लाजा क्रास नहीं करना है, इसके लिए दोहना में साइड के रास्ते से गुजरे थे।