- कोहाड़ापीर चौकी पुलिस बीस दिन तक दबाए रही मामला, एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट

- मुखबिर होने के कारण सभी आरोपितों को बचाती रही पुलिस, पांच मई की शाम को हुई को वारदात

बरेली : थाना प्रेमनगर की कोहाड़ापीर चौकी पुलिस महिला सुरक्षा के लिए संजीदा नहीं है। मुखबिर पर आरोप लगने पर पुलिस बीस दिन तक छात्रा से छेड़छाड़ और अपहरण के प्रयास और भाई को पीटने का मामला दबाए रही। जब छात्रा ने स्वजनों के साथ जाकर एसएसपी से शिकायत की तो मंगलवार को दस आरोपितों के खिलाफ छेड़छाड़, अपहरण का प्रयास, मारपीट और धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ।

एफआईआर दर्ज

प्रेमनगर थाना क्षेत्र के एक मुहल्ले में रहने वाले बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा ने बताया कि लॉकडाउन से पहले वह को¨चग पढ़ाने और ब्यूटी पार्लर का काम सीखने जाती थी। इस दौरान कोहाड़ापीर ज्ञान मेडिकल स्टोर के पास रहने वाले सुभान, अदनान और स्वाले उसे आते जाते फब्तियां कसते हुए परेशान करते थे। उस समय छात्रा ने मामले की शिकायत स्वजनों के साथ जाकर पुलिस से की थी। उस समय मुहल्ले के जानने वाले बड़े बुजुर्गों ने गलती मनवा कर समझौता करा दिया था। छात्रा ने बताया कि पांच मई की शाम छह बजे वह अपने मुहल्ले में ही किसी काम से जा रही थी। उसी समय सुभान, उसके पिता शकील मियां, अदनान, दानिश, फात, समन, अमन, स्वाले, उसके पिता बाबूजी और राजा ने उसे पकड़ लिया और उठाकर ले जाने लगे। इस पर उसके भाई ने विरोध किया तो उनमें से कुछ लोगों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। इससे भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद आरोपित उसके साथ छेड़छाड़ करते हुए एक घर के अंदर ले जाने लगे लेकिन शोर शराबा सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए तो आरोपित जान से मारने की धमकी देकर भाग गए।

तत्काल दी सूचना

पीडि़ता ने तत्काल कोहाड़ापीर चौकी जाकर पूरा मामला बताया, लेकिन पुलिस ने उसे टहला दिया। थाने में भी शिकायत की लेकिन वहां भी जांच की बात कहकर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद पीडि़ता ने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मुलाकात की। बताया कि आरोपितों में से कुछ लोग कोहाड़ापीर चौकी पुलिस के मुखबिर हैं, इसलिए पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही। इस पर एसएसपी ने तत्काल मुकदमा दर्ज करने आदेश दिए। मंगलवार को थाना प्रेमनगर पुलिस ने सुभान, अदनान, स्वाले समेत दस आरोपितों के खिलाफ छेड़छाड़ व अपहरण समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

भाई का नहीं कराया मेडिकल

पुलिस ने पीडि़ता के भाई के गंभीर घायल होने के बाद भी मेडिकल तक नहीं कराया था। आरोप है कि चौकी गई पीडि़ता को पहले वहां मौजूद दारोगा ने टहला दिया, सिपाहियों ने भी उसके साथ ठीक व्यवहार नहीं किया।

मामला संज्ञान में आया है, पीडि़ता की शिकायत पर तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। मामले की जांच कराई जा रही है। पुलिस ने पहले सुनवाई क्यों नहीं कि इस मामले में भी जांच करा रहे हैं। पुलिसकर्मियों का दोष मिलने पर भी कार्रवाई की जाएगी। - रोहित सिंह साजवाण, एसएसपी