-संवेदनशील इलाकों में फ्राइडे रात से ही पुलिस की रही पैनी नजर

2 सुपर जोन में डिस्ट्रिक्ट को बांटा गया

8 जोन, 30 सेक्टर और 148 सब सेक्टर बनाए गए

2 हजार कांस्टेबल की लगाई गई ड्यूटी

2.5 कंपनी पीएसी, 1 कंपनी आरएएफ भी रही मुस्तैद

बरेली : अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर पुलिस प्रशासन चौकन्ना रहा। सेंसिटिव एरिया में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मुस्तैद रहे, तो अफसर चौराहों पर भ्रमण कर जायजा करते रहे। इस बीच बरेलियंस फैसले के बारे में जानकारी लेने के लिए टीवी और मोबाइलों पर चिपके रहे।

दो जोन बांटा जिला

अयोध्या मामले को लेकर आने वाले फैसले के मद्देनजर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए। पूरे जिले को 2 सुपर जोन, 8 जोन और 30 सेक्टर में बांटा गया। 148 सब सेक्टर बनाए गए हैं। जो अफसर छुट्टी पर थे, उनकी छुट्टी कैंसिल कर उन्हें फौरन बुलाया गया। जबकि दो हजार कांस्टेबल, 270 एसआई, 60 इंस्पेक्टर, 400 होमगार्ड के अलावा ढाई कंपनी पीएसी और एक कंपनी आरएएफ जिले में तैनात रही। शहर सुपर जोन के नोडल अफसर एसपी ट्रैफिक सुभाषचंद्र गंगवार थे। वहीं एसपी क्राइम रमेश भारतीय को देहात सुपर जोन का नोडल अफसर बनाया गया।

नजरबंद हुए प्रमुख नेता

अयोध्या प्रकरण पर फैसला आने से पहले शहर के एक प्रमुख नेता को सुरक्षा देने के नाम पर नजरबंद कर दिया गया। इसके अलावा धर्मगुरू और प्रमुख नेताओं पर खास नजर रखी गई। रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले के गवाहों को भी सुरक्षा दी गई। डीएम नितीश कुमार, एसएसपी शैलेश पाण्डेय समेत तमाम पुलिस अफसर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। इसके साथ ही एसपी सिटी रविंद्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट समेत तमाम आला अफसर सिविल लाइन्स चौकी पर पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे।

फैसला आने से पहले जिले में सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जिले में पुलिस तैनात की गई है। फिलहाल शांति का माहौल बना हुआ है।

शैलेश पाण्डेय, एसएसपी

मानसिक विक्षिप्त को पकड़ा

सैटेलाइट बस स्टैंड के पास अफवाह फैला रहे मानसिक विक्षिप्त को लोगों ने पकड़ लिया। उसके बाद लोगों ने मामले की सूचना पीआरवी पर दी। जानकारी पहुंची यूपी 100 ने युवक को हिरासत में लेकर बारादरी थाने ले आई। ढाई घंटे तक पुलिस युवक से पूछताछ करती रही। जब युवक के घर वालों को इस बात की भनक लगी। तब वह थाने पहुंच गए। पुलिस ने युवक की मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। युवक का नाम रजत सक्सेना बताया जा रहा है। वह पुराना शहर का रहने वाला है।