बरेली (ब्यूरो)। शाही-शीशगढ़ में जून से नवंबर तक 9 महिलाओं की हत्याओं के बाद से ही पुलिस अधिकारियों में हडक़ंप मचा हुआ है। पुलिस ने दोनों थाना क्षेत्रों के रहने वाले सभी गांवों के लोगों की पूरी कुंडली खंगाल डाली है। इस दौरान पुलिस के रडार पर कई लव बडर््स भी आए हैं साइको किलर की तलााश में पुलिस ने देर रात तक एक्टिव रहने वाले फोन नंबर्स की भी इनक्वायरी की। इस दौरान कई चौंकाने वाले मामले सामने आए, जिसमें कई प्रेमी-प्रेमिका भी शामिल हैं। इसके बाद से ही दोनों थाना क्षेत्रों के प्रेमियों में घबराहट है।

60 का आशिक, 35 की महबूबा
साइको किलर के हल्ले के बाद पुलिस ने कोई भी ऐसा बिंदू नहीं छोड़ा, जिस पर जांच पड़ताल न की गई हो। ऐसे में पुलिस ने सर्विलांस की भी मदद ली गई। इस दौरान देर रात तक एक्टिव रहने वाले फोन नंबर्स को खंगाला गया। इस दौरान पुलिस को करीब आठ सौ नंबर ऐसे मिले, जो रात से लेकर सुबह तक एक्टिव रहते हैं। इसके बाद पुलिस ने इन सभी मोबाइल नंबर्स को चलाने वालों को ट्रेस किया और उन लोगों तक पहुंची। एक मामले में 60 वर्ष के एक वृद्ध भी मिले, जिनका नंबर देर रात से सुबह तक एक्टिव रहता था। पूछताछ करने पर पता चला कि वह अपनी 35 वर्षीय प्रेमिका से बातचीत करते हैं। बुजुर्ग ने बताया कि 10 साल पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई है। इसके बाद एक महिला से प्रेम प्रसंग हो गया, जिससे वह रात में बात करते हैं।

क्षेत्र में दहशत का माहौल
शाही और शीशगढ़ में नौ महिलाओं को लगभग एक ही तरीके से मौत के घाट उतारा गया है। इसके बाद से ही पूरे मामले को साइको किलर से जोडक़र देखा जा रहा है। लगातार घटनाओं के कारण ग्रामीणों में साइको किलर की दहशत है। हत्याओं की इस गुत्थी को सुलझाने के लिए पूरे जिले की पुलिस का अमला लगा हुआ है। साइको किलर की तलाश में शाही और शेरगढ़ की 30 से ज्यादा टीम्स रोज क्षेत्र में अलग-अलग बिंदुओं पर जांच-पड़ताल कर रही हैं। इस दौरान पुलिस रोजाना सैकड़ों लोगों से पूछताछ कर रही है।

उलझ रही कहानी
नौ हत्याओं के मामले में पुलिस तीन का खुलासा होने का दावा कर रही है, लेकिन उन केसेज की भी दोबारा समीक्षा की जा रही है। अधिकारियों की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है।

अब तक घटीं घटनाएं
केस 1
05 जून : शाही के परताुपर की 50 वर्षीय कलावती खेत पर गई थीं। उनके घर न आने पर उन्हें तलाश किया गया। इस दौरान रात करीब नौ बजे वह खेत पर पड़ी मिली थीं। परिजन उन्हें मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।

केस 2
19 जून : शाही रोड के किनारे खेत में कुल्छा गांव की 45 वर्षीय धनवती का शव मिला था। वह दो दिन पहले घर से दवाई लेने गई थीं, जिसके बाद वह लापता हो गई थीं। शव दो दिन पुराना होने पर जानवर शरीर का मांस खा गए थे।

केस 3
30 जून : शाही के आनंदपुर की 55 वर्षीय प्रेमवती का शव खेत में मिला था। मृतका के गले में साड़ी का फंदा लिपटा हुआ था। पीएम में भी गला दबा कर हत्या की पुष्टि हुई थी। इस मामले में बेटे ने तीन नामजद सहित दो अज्ञात पर शक जताया था।

केस 4
19 अगस्त : शाही के खेड़ की गौंटिया में भीमवती को खेत में जिंदा जला दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने खुलासा कर मृतका के पति को नैपाल सिंह को जेल भेजा था। आरोपित पच्ी पर अवैध संबंध होने का शक करता था।

केस 5
22 जुलाई : खजुरिया की 40 वर्षीय कुसुमा का शव खेत में मिला था। गले में साड़ी का फंदा मिला था। महिला की गला दबा कर ही हत्या की गई थी, जिसका पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी खुलासा हुआ था। इस मामले में दो को पुलिस ने जेल भेजा था।

केस 6
31 अक्टूबर : शीशगढ़ के लखीमपुर की 60 वर्षीय महमूदन का शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ था। इनके गले में भी फंदा कसा मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबा कर हत्या की पुष्टि हुई थी। इस मामले में दो लोग शक के घेरे में है।

केस 7
23 अगस्त : शाही के सेवा ज्वालापुर में वीरवती का शव जंगल में अर्धनग्न अवस्था में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबा कर हत्या की पुष्टि हुई थी। इस मामले में पुलिस ने मिश्री लाल नाम के युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

केस 8
21 नवंबर : शाही के खरसैनी की 60 वर्षीय दुलारो का शव खेत में सड़ा-गला मिला था। गले में साड़ी का फंदा कसा हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ था। उनका बिसरा सुरक्षित किया गया था।

केस 9
26 नवंबर : शीशगढ़ के जगदीशपुर की रहने वाली 57 वर्षीय उर्मिला का खेत में शव मिला था। वह खेत से साग लेने गईं थीं। साड़ी से गला कसा हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी।

जांच पड़ताल के दौरान कई नंबर ऐसे मिले, जो पूरी-पूरी रात एक्टिव थे। उन्हे चिह्नित कर जांच पड़ताल की गई। इसमें ज्यादातर प्रेमी-प्रेमिका थे। इसमें एक बुजुर्ग भी मिला था। हत्यों का जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। साइको किलर वाली बात गलत है।
-मुकेश चंद्र मिश्र, एसपी देहात