बरेली (ब्यूरो)। रेलवे जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया और उसके आसपास हर समय आपराधिक गतिविधियां एक्टिव रहती हैं। इसकी शिकायत और वाद-विवाद जंक्शन पुलिस चौकी पर पहुंचते हैं, लेकिन पुलिस लगभग सभी मामलों को चौकी पर ही निपटा देती है। यहां की पुलिस चौकी के आसपास हो रहे क्राइम को लेकर आंखे मूंद लेती है। यह ही वजह है कि स्थानीय लोगों ने जंक्शन पुलिस चौकी का नाम शैतान चौकी रख दिया है। हालत यह है कि लोग चौकी को जंक्शन पुलिस चौकी के नाम से ज्यादा शैतान पुलिस चौकी के नाम से जानते हैं।

बिकता है नशे का सामान
जंक्शन पुलिस चौकी के पास आसपास दिन से लेकर रात तक नशे का सामान खूब बिकता है। सराय के रहने वाले कुछ लोग चौकी के इर्द-गिर्द घूम कर हरियाणा मार्का शराब की तस्करी करते है। इसके साथ ही आपराधिक किस्म के लोग यहां पर चरस और गांजा की भी सप्लाई भी करते है। लोगों में चर्चा है कि प्रकरण की जानकारी होने के बाद भी पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करती, क्योंकि तस्कर और पुलिसकर्मियों के बीच में सेटिंग रहती है।

लगता है सट्टा
बता दें कि जंक्शन पुलिस चौकी के पीछे दूर-दूर से लोग सट्टा लगाने आते हैं। चौकी के पीछे सट्टा लगाने वाली एक महिला भी अक्सर चर्चा में रहती है। इसके साथ ही गली में चाय की दुकान के पास भी एक युवक खुलेआम शाम होते ही सट्टा लगाता है। इसको लेकर भी क्षेत्र में काफी चर्चा रहती है कि सट्टेबाजों पुलिसकर्मियों से खसी साठगांठ है।

होटल्स में भी अपराध
जंक्शन के माल गोदाम रोड पर कुछ लोगों ने अपने घरों को होटल का रूप दे दिया है। ये होटल घंटों के हिसाब से बुक किए जाते हंै। कुछ होटल्स को जुआरी बुक कर लेते हैं। चंद रुपए में में यहां पर ठहर कर वे काफी मोटा जुआ खेलते हैं। यह ही नहीं इन होटल्स को शराब पार्टी के लिए भी बुक किया जाता है। इसके अलावा इनमें से कुछ होटल्स में तो रात होते ही सेक्स वर्कर्स भी ग्राहकों के साथ पहुंचती हंै। इन सेक्स वर्कर्स के लिए हर समय यहां कमरा बुक रहता है। होटल संचालकों और सेक्स वर्कर्स की सेटिंग रहती है। यह ही वजह है कि सेक्स वर्कर के साथ पहुंचने वाले ग्राहकों से होटल संचालक आईडी जमा नहीं कराते हैं।

नहीं होती कार्रवाई
बता दें कि ऐसे होटल्स में आपराधिक गतिविधियों की जानकारी होने के बाद भी पुलिस वहां पर दबिश नहीं देती है। इसको लेकर चर्चा है कि पुलिस और होटल संचालकों की आपस में सेटिंग रहती है। इस वजह से ही पुलिस की इन होटल्स पर मेहरबानी बनी रहती है।

एक-दूसरे पर टालमटोल
बता दें कि जंक्शन पुलिस चौकी के सामने का पूरा क्षेत्र कोतवाली के अंतर्गत आता है, जबकि पीछे का हिस्सा सुभाषनगर थाने में आता है। कोई भी घटना और अपराध या फिर जुआ-सट्टा होने पर पुलिस एक दूसरे पर टालमटोल करती रहती है। इसका लाभ लेकर अपराधी अपने क्राइम में निरंतर लिप्त रहते हैं।

शराब तस्करी और सट्टे की जानकारी हमें नहीं है। चौकी के पीछे का क्षेत्र सुभाषनगर थाने के अंतर्गत आता है। अगर ऐसा कुछ है तो सुभाषनगर पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए। मेरे आने से पहले से ही चौकी को शैतान चौकी कहा जाता है। ऐसा क्यों कहते हैं, इसकी जानकारी नहीं है।
-अजीत तोमर, चौकी इंचार्ज

चौकी क्षेत्र में ऐसा कुछ हो रहा है, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। अगर वहां पर ऐसा कुछ हो रहा है तो उसे दिखवाया जाएगा। यदि ऐसा कुछ पाया जाता है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई कराई जाएगी.&य&य
-राहुल भाटी, एसपी सिटी