-सुभाषनगर थाना में पिता ने बेटे के साथी ड्राइवर पर दर्ज कराया था हत्या का मुकदमा

-आरोपी ने हिरासत में आने के बाद बताई असली कहानी, सीसीटीवी फुटेज में भी दिखा

BAREILLY: सुभाषनगर निवासी ड्राइवर आकाश की हत्या नहीं हुई थी। बल्कि उसकी मौत हादसे में हुई थी। पुलिस हिरासत में आए आरोपी देशपाल ने तो पुलिस को यही कहानी बताई है। उसने बताया कि वह आकाश को इलाज के बाद हॉस्पिटल लेकर गया था लेकिन आकाश के परिजन उस पर हावी होने लगे तो वह डरकर भाग गया था। वह पुलिस को सभी जगह लेकर गया। पुलिस ने सभी हॉस्पिटल में सीसीटीवी फुटेज देखी तो वह साथ में ही दिखा।

गिर गया था गाड़ी से नीचे

देशपाल ने बताया कि 5 सितंबर को पीलीभीत से वापस आते वक्त गाड़ी में सवारियां बैठी थीं और आकाश पीछे गाड़ी पर लटक गया था। पीलीभीत रोड पर डिवाइडर पर गाड़ी जंप होने पर आकाश नीचे गिर गया। सवारियों के आवाज देने पर उसने गाड़ी रोकी और उसे सबसे पहले सिविल लाइंस स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया। यहां पर पैसों की कमी के चलते उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले जाने के लिए कह दिया गया। हालांकि वह उसे बदायूं रोड स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल ले गया और सुनील के माध्यम से आकाश के परिजनों को सूचना दी।

परिजन हो गए थे हावी

देशपाल के मुताबिक वहां से परिजन दूसरे हॉस्पिटल लेकर गए। तब तक वह साथ में था। यही नहीं आकाश की बहन ने उसका गला पकड़ लिया और सभी परिजन उस पर हावी होने लगे। डर के चलते वह वहां से भाग गया और चौपुला चौराहा पर चाय की दुकान के बाहर पड़ा रहा। फिर वह जंक्शन पर गया। इधर-उधर भटकने के बाद वह खुद ही थाने पहुंच गया।