बरेली (ब्यूरो)।

अगर आपके घर में वाटर टैंक लगा हुआ है तो समय पर उसकी सफाई करने का भी ध्यान रखें। आपकी जरा सी लापरवाही आपको और आपके परिवार के सदस्यों को बीमार कर सकती है। दरअसल ज्यादातर लोग छत पर लगी पानी की टंकी की सफाई को नजरअंदाज कर देते हैैं और गंदी टंकी में भरा पानी यूज करते रहते हैैं। जिसकी वजह से कई बीमारियां उन्हें घेर लेती हैैं। टंकी की सफाई करना कोई बड़ी चुनौती नहीं है, आप खुद ही टंकी की सफाई कर सकते हैैं। घर की छत पर लगे वाटर टैंक की सफाई तीन से छह माह के अंतराल पर की जानी चाहिए। अगर आपके एरिया में पानी की क्वालिटी बेहतर है तो आप छह महीने में टंकी की सफाई करें और अगर पानी की क्वालिटी मानकों के विपरीत है तो उस कंडीशन में आपको हर तीन महीने में टंकी की सफाई करनी होगी।

टैंक को रखें कवर्ड
कई बार देखने में आता है कि छत पर लगे वाटर टैंक के ढक्कन को बंदर तोड़ देते हैैं या टंकी के अधिक पुराने होने के कारण भी ढक्कन टूट जाते हैैं। लोग इस बिंदु को नजरअंदाज कर देते हैैं। ऐसे में टंकी के अंदर गंदगी गिरती रहती हैैं। एक्सपर्ट की मानें तो छत पर लगी टंकी को हर हाल में कवर करके रखना चाहिए। इससे आपकी सेहत बेहतर रहेगी।

प्लंबर की जरूरत नहीं
अधिकतर लोग टंकी को इस वजह से साफ नहीं करते हैैं क्योंकि उन्हें ये बोरिंग काम लगता है। उनका मानना होता है कि टंकी साफ करने में तीन से चार घंटे तक लग सकते हैैं, जबकि ऐसा नहीं है। वहीं कई लोग प्लंबर को बुलाने से बचते हैैं, क्योंकि ऐसा करने में एक हजार से दो हजार रुपए तक टंकी की सफाई में लग जाते हैैं। अगर आप एक साल या उससे अधिक समय तक टंकी साफ नहीं कराते हैैं तो उसके किनारों पर खासी गंदगी जमा हो जाती है। आप खुद भी समय-समय पर टंकी की जांच कर इसे क्लीन कर सकते हैैं।

यह भी है प्रॉसेस
अगर आप टैंक के अंदर नहीं जाना चाहते हैैं तो टंकी की सफाई में फिटकरी का भी यूज कर सकते हैैं। फिटकरी के कुछ टुकड़े टंकी में डाल दें और 20 से 25 मिनट तक वेट करें। जब आप दोबारा टंकी खोलेंगे तो गंदगी खुद ही कटकर ऊपर जमा हो जाएगी। इसके बाद आप आसानी से टंकी को साफ कर सकते हैैं।

ऊपर शेड लगाएं
ज्यादातर घरों में पानी की टंकियां ओपन लगी होती हैैं, मतलब टंकियों के ऊपर कोई शेड नहीं होता है। इस वजह से पानी गर्म हो जाता है। इसके साथ ही टंकी की बॉडी की बाहरी क्वालिटी भी खराब होती है। ऐसे में टंकी के ऊपर शेड लगाया जाना जरूरी होता है। इसका एक फायदा यह भी है कि टंकी की एज भी बढ़ जाती है और उसे बार-बार बदलना नहीं पड़ता है।

हाइड्रोजन पर ऑक्साइड
हाइड्रोजन परोक्साइड ऐसा केमिकल है, जिससे आप काफी कुछ साफ कर सकते हैं। इसके बाद आप पानी का इस्तेमाल बिल्कुल न करें और टंकी को पूरा क्लीन करके ही उसमें दोबारा पानी भरें। आपको लगभग 30 मिनट के लिए इसमें 500 एमएल हाइड्रोजन परोक्साइड घोलना होगा। ध्यान रहे कि यह मात्रा टंकी के साइज के हिसाब से रखी जानी होती है। इसके बाद पानी को टैंक में चला दें तो वह साफ हो जाएगा।

वाटर टैंक क्लीनर
यह क्लीनर लिक्विड ब्लीच और ब्लीचिंग पाउडर दोनों ही रूप में आता है। अगर आप इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो 400 ग्राम पाउडर या 300 मिली लिक्विड को 10 लीटर पानी में मिलाकर आपको 2-3 मिनट के लिए छोडऩा है और फिर उसे पानी की टंकी में डालना है। इसको थोड़ी देर छोडऩे के बाद टंकी का पानी खाली कर देना है। आप बिल्कुल भी अपनी पानी की टंकी में साबुन या डिटर्जेंट जैसी चीजें न डालें, क्योंकि यह पूरी तरह साफ करना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा और कई दिनों तक पानी में साबुन की गंध रह जाएगी। पानी की टंकी की सफाई के बाद उसे 15-20 मिनट तक सूखने दें और दोबारा पानी भरें।