- सोलर ग्रिड से उत्पन्न बिजली का विभागों में होगा उपयोग, बची बिजली पॉवर ग्रिड को होगी ट्रांसफर

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BAREILLY: बरेली कलेक्ट्रेट और विकास भवन बहुत जल्द मिनी सोलर प्लांट से जनरेट बिजली से रौशन होंगे। दोनों ही जगह 135 किलोवाट का मिनी सोलर प्लांट लगाने का वर्क शुरू हो गया है। इससे जनरेट होने वाली बिजली का इस्तेमाल कलेक्ट्रेट और विकास भवन के अलावा पॉवर ग्रिड को देने के लिए किया जाएगा। पॉवर ग्रिड को सोलन एनर्जी ऑटोमेटिक सप्लाई होगी। इससे जहां कलेक्ट्रेट और विकास भवन रौशन होगा वहीं कई ऐसे घर भी रौशन होंगे, जहां बिजली की कमी के चलते बिजली नहीं पहुंच पा रही है।

जल्द रौशन हाेंगे विभाग

कलेक्ट्रेट और विकास भवन में लगाए जाने वाले सोलर पॉवर ग्रिड के लिए लास्ट ईयर तत्कालीन डीएम गौरव दयाल ने ने न्यू एंड रिन्यूवेवल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी 'नेडा' को प्रोजेक्ट तैयार करने को कहा था। नेडा ने एक करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार किया। सितम्बर माह में ग्रिड लगाने का टेंडर भी पास हो गया। यूपी नेडा ने इसका बजट जारी करते हुए इंदौर की उजास एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को प्लांट लगाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। नेडा ने कार्यदायी संस्था को 6 माह का समय दिया था। जिसमें अब तक 4 माह गुजर गए हैं वहीं साइट इंजीनियर इमरान खान ने बचे दो माह में प्लांट लगाने का दावा किया है।

पावर ग्रिड को िमलेगी बिजली

सोलर प्लांट से जनरेट होने वाली बिजली का इस्तेमाल बिल्डिंग में होगा। अतिरिक्त बिजली ऑटोमेटिक पावर ग्रिड में चली जाती है। इसके हर दिन और घंटे का रिकॉर्ड सोलर प्लांट के कंट्रोल रूम में दर्ज होगा। इससे प्रतिदिन और साल में कितनी बिजली पॉवर ग्रिड को दे रहे हैं और उपयोग के बाद बचने वाली बिजली का भी रिकॉर्ड मेनेटेन हो जाएगा। किसी सोलर प्लांट के जरिए शहर में पहली बार ग्रिड को बिजली दी जाएगी।

सीधे पावर ग्रिड से जुड़ेगा प्लांट

नेडा के परियोजना प्रबंधक ने बताया कि एक साल पहले तक सोलर प्लांट जिस सिस्टम से काम करता था, उसमें सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को बैटरी में सुरक्षित रखकर बाद में उसका उपयोग किया जाता था। तकनीक बदली और अब 50 किलोवाट से अधिक क्षमता वाले सोलर प्लांट को सीधे पावर ग्रिड से जोड़ा जा रहा है। सोलर पॉवर ग्रिड सोलर प्लांट की नई तकनीक है। जिसका फायदा पावर ग्रिड को होता है।

फॉर योर इंफॉर्मेशन

- कलेक्ट्रेट में 48,75,000 लाख रुपए से 65 किलोवाट सोलर पॉवर ग्रिड

- विकास भवन में 52,50,000 लाख रुपए से 70 किलोवाट सोलर पॉवर ग्रिड

सोलर पैनल लगाने का वर्क शुरू हो गया है। जल्द ही सोलर एनर्जी से दोनों कलेक्ट्रेट और विकास भवन रौशन होंगे।

लालजी निगम, परियोजना अधिकारी नेडा