बरेली ब्यूरो । वर्ष 2018 के बाद फिर से डेंगू और मलेरिया का प्रकोप जिले में भयावह हो गया है। लगातार मरीजों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही हैं वहीं जिला अस्पताल में डेंगू मरीजों को भर्ती करने के लिए बनाए गए वार्ड भी फुल हो गए हैं लेकिन हैरत की बात तो यह है कि जिला महिला और पुरुष अस्पताल परिसर में ही गंदे पानी में मच्छरों का लार्वा पनप रहा है, ट्यूजडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम की ओर से किए गए रियलिटी चेक में यह अनियमितता उजागर हुई।

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पुलिस चौकी के सामने
जिला अस्पताल की पैथोलॉजी के ठीक बराबर में पुलिस चौकी बनी हुई है। चौकी के गेट के ठीक सामने सीवर के खुले मेनहोल में मच्छरों का लार्वा पनप रहा है। अब सवाल उठना लाजमी है कि यहां डेली सैकड़ों मरीज जांच कराने के लिए लैब में आते हैं ऐसे में मरीज को डेंगू और मलेरिया का खतरा बना हुआ है।

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जिला महिला अस्पताल प्रदेश में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड यानि एक्यूएएस में सर्टिफाईड है वही शासन की ओर से निरीक्षण को आने वाली टीमों से भी प्रबंधन को खूब सराहना मिलती रही है लेकिन यहां हाल ही में बने पीपीसी ओटी के ठीक सामने गड्ढे में भरे गंदे पानी में मच्छरों का लार्वा पनप रहा है। इससे यही सवाल जहन में कौंध रहा है कि शासन की सख्ती के समय ही बस सफाई व्यवस्था मुकम्मल की जा रही है इसके बाद सब राम भरोसे ही है।

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जिला अस्पताल के रोड पर कोरोना जांच के लिए बीएसएल लैब बनी हुई है इसके ठीक सामने एक नाली भीषण गंदगी से बजबजा रही है वहीं एक सीवर भी कई दिनों से ओपन है ऐसे यहां गंदे पानी में मच्छरों का लार्वा पनप रहा है इसके ठीक पीछे बने बर्न वार्ड में कोविड वैक्सीनेशन सेंटर बना हुआ है ऐसे में सुबह से लेकर शाम तक लोगों के वैक्सीन लगाई जा रही है ऐसे में लोगों को मलेरिया-डेंगू फैलने का खतरा बना हुआ है।

195 जांच में 9 डेंगू से ग्रसित
जिले में ट्यूजडे को डेंगू की 195 एलाइजा टेस्ट किए गए जिसमें 9 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है वहीं कुल 488 जांचों में महज पांच मरीज मलेरिया से ग्रसित पाए गए हैं।

वर्जन
हॉस्पिटल में साफ-सफाई समय पर कराई जा रही है अगर कहीं मच्छर के लार्वा पनप रहे हैं निरीक्षण कर फौरन एंटी लार्वा छिड़काव कराया जाएगा।
डॉ। सुबोध शर्मा, एडीएसआईसी