बरेली (ब्यूरो)। सिटी में फ्लाईओवर का जाल बिछा दिया गया है ताकि लोगों को जाम से निजात मिल सके। हालत यह है कि नगर में फ्लाईओवर बने हैं, उनको बनाने के बाद कहीं तो जिम्मेदार मेंटीनेंस भूल गए, कहीं पर पुल की हालत खराब हो गई है। वर्ष 2013 में बनाए गए हार्टमैन फ्लाईओवर की हालत बनने के बाद से ही खराब होने लगी थी। इस ही कारण इस फ्लाईओवर पर आए दिन सरिया दिखने लगती हैं। फ्लाईओवर की दिख रही सरियों के ऊपर अभी कुछ दिन पहले ही रोड बिछा कर ढंक दिया गया है।

एक्सपेंशन ज्वाइंट भी खराब
फ्लाईओवर के ऊपर दो पाट्र्स को जोडऩे के लिए बनाए गए एक्सपेंशन भी अलग दिखने लगे हैं। यहां तक कि हाल ही में इस फ्लाईओवर को ठीक करने के लिए रोड बिछाई गई थी। इसमें एक्सपेंशन जो ज्वाइंट के लिए लगाया जाता है वह उखडऩे लगा है। इससे निकलने वाले वाहनों को भी समस्या हो रही है। यहां तक कि एंबुलेंस आदि को निकलने पर झटका भी लगता है।

बाउंड्री छोटी, ब्यू कटर भी नहीं
फ्लाईओवर को बनाते समय ही इसकी बाउंड्री इतनी छोटी बना दी गई इससे कभी भी हादसे का डर बना रहता है। इस फ्लाईओवर से गुजरते टाइम पतंग के चाइनीज मांझा में कई वाहन सवारों की गर्दन तक फंस चुकी है। इसके बाद यहां पर एंगल लगाकर ऊपर से वायर लगा दिए गए। लेकिन वह वायर और एंगल भी लोग तोड़ ले गए। यहां फ्लाईओवर पर ब्यू कटर तक नहीं लगाए गए हैं। इससे यहां पर मांझा फंसने का भी डर बना रहता है।

बार-बार हो जाते हैं गड्ढे
फ्लाईओवर के ऊपर आरसीसी की लेयर बनाई गई थी लेकिन इसके निर्माण में इतना घटिया क्वालिटी कर दी गई कि आए दिन लेयर उखड़ जाती है और सरिया दिखने लगती है। इससे कई बार लोग गिरकर घायल भी हो चुके हैं।

अंडर पास नहीं होने से समस्या
बानखाना के लिए आने जाने वालों के लिए अंडर पास नहीं होने से उन्हें भी फ्लाईओवर से निकलते हैं। या फिर दूर एरिया से घूमकर जाना पड़ता है। इसके लिए आसपास के लोगों ने यहां पर अंडर पास की भी मांग की थी लेकिन यहां पर अभी तक अंडर पास नहीं बना। जबकि बानखाना से हार्टमैन कॉलेज की तरफ आने जाने वालों की बड़ी आबादी रहती है। हालांकि रेलवे क्रॉसिंग को बंद करने के लिए भी विरोध किया। लेकिन इसके बाद भी बंद कर दिया गया। अब लोग फ्लाईओवर से होकर पैदल भी निकलते हैं।

बोले बरेलियंस
इस फ्लाईओवर के बनाने के बाद से ही यहां पर आए दिन पुल की सरिया दिखने लगती हैं। इस कारण यहां फ्लाईओवर से निकलने वालों को समस्या होती है। अभी कुछ दिन पहले जरूर फ्लाईओवर के गड्ढे बंद किए तो सरिया ढक दी गई।
सुशील

इस फ्लाईओवर की साइड की बांउड्री इतनी छोटी बना दी गई है, कि लोगों के गिरने का भी डर बना रहता है। एक बार दो वाहनों की टक्कर में एक बाइक सवार तो नीचे जा गिरा था। इससे कभी भी हादसे का डर बना रहता है।
देवांश

फ्लाईओवर के ऊपर रेलवे ने जो पैदल चलने वालों के लिए जो फुटपाथ बनाया था वह भी बदहाल हो गया है। उस पर कूड़ा डाल दिया गया है। उसकी स्लैब को भी तोड़ दिया गया है। इससे पैदल वालों के लिए खतरा बना हुआ है।
सतेन्द्र

हार्टमैन आरओबी पर एंगल लगाए गए थे ताकि वहां पर पंतग के चायनीज मांझा से लोगों की गर्दन न फंसने पाए। लेकिन इसके वायर तक कहीं पर लोगों ने तोड़ लिए तो कहीं पर वायर ही काट ले गए हैं। पैदल चलने वालों को भी पुल के ऊपर बचने की जगह नहीं रखी है।
हनीफ खान