बरेली (ब्यूरो)। भमोरा में बदायूं रोड पर बभियाना मोड़ पर डग्गामार बस ने साइकिल सवार को रौंद दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद चालक और परिचालक मौके पर ही बस छोडक़र फरार हो गए। गुस्साए ग्रामीणों ने बरेली-बदायूं रोड जामकर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर भमोरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाने की कोशिश की। ग्रामीणों बस चालक और मालिक को मौके पर लाने की जिद पर अड़ गए। उन्होने कहा कि दोनों के मौके पर आने के बाद ही जाम खोला जाएगा। हंगामा बढने पर सीओ और एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे जफराबाद ब्लॉक प्रमुख पति की भी बात मानने से इनकार कर दिया।

भीख मांग कर गुजर बसर
आलमपुर जफराबाद निवासी मृतक के बेटे अनिल ने बताया वह तीन भाई व तीन बहनें हैं। पिता रामवीर ने तीनों बहनों की शादी कर दी थी। उम्र ज्यादा होने पर वह मजदूरी नहीं कर पाते थे। जिस वजह से वह भीख मांग कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। प्रतिदिन की तरह रामवीर ट्यूजडे की सुबह घर से भीख मांगने निकले थे। दोपहर करीब दो बजे रामवीर साइकिल से घर लौट रहे थे। इसी बीच बभियाना मोड़ के पास एक डग्गामार बस ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई।

50 मीटर तक घसीटा
हादसे के दौरान बुजुर्ग बस में पिछले पहिये में फंस गए। बस उन्हें करीब पचास मीटर तक घसीटते हुए ले गई। इसकी जानकारी होने पर बस चालक और परिचालक बस को मौके पर ही छोडक़र फरार हो गए।

ज्यादा स्पीड बनी वजह
ग्रामीणों ने बताया कि बस अधिक स्पीड में थी। इस दौरान अचानक मोड़ पर बुजुर्ग की साइकल देखकर चालक बस पर काबू नहीं पा सका। जिस वजह से बस बुजुर्ग को रौंद दिया। इस दौरान मौके पर ग्रामीणों ने बस को घेर लिया। इससे पहले ग्रामीण चालक और परिचालक को दबोच पाते। वह मौका पाकर फरार हो गए।

ढाई घंटे जाम
बता दें कि हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने पूरी तरह रोड जाम कर दिया। शव को बस के पहिए से निकालकर रोड पर ही रखकर जाम लगा दिया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने रोड पर सीमेंट के बड़े-बड़े पिलर भी रख दिए। करीब ढाई घंटे तक रोड ग्रामीणों के हवाले रहा। इस दौरान बदायूं से आने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब एक किलोमीटर से भी लंबा जाम लग गया।

आश्वासन पर माने
घटना के बाद ग्रामीणों का आक्रोश बढने पर एसडीएम गोविंद मौर्य और सीओ राजकुमार मौके पर पहुंच गए। जहां शुरुआत में भीड़ को समझाकर मामला शांत कराने की कोशिश की थी। इसके बाद ग्रामीण सरकार से मुआवजा दिलाने की मांग पर अड़ गए थे। दोनों ही अधिकारियों ने ग्रामीण और मृतक के बेटे अनिल को मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया। इसके बाद ग्रामीण सडक़ से हटे। बरेली-बदायूं मार्ग पर डग्गामार वाहनों की संख्या सैकड़ों में है। परिवहन विभाग और जिम्मेदार अधिकारी आंख बंद कर चुपचाप तमाशा देखते रहते हैं। ग्रामीणों की माने तो डग्गामर बसों में सवारियों को भूसे की तरह भरा जाता है।

बस को कब्जे में ले लिया गया है। चालक को तलाश किया जा रहा है। परिजनों की तहरीर आने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
-राज कुमार, सीओ