बरेली (ब्यूरो)। अरे यह बेल्ट तो आलिम पहने था, यह नीली पेंट तो अय्यूब पहनकर गया था, गले में चेन तो उसके थीजी हां, संडे सुबह कुछ इसी तरह परिजनों ने अपनों की शिनाख्त करने की कोशिश की। सैटरडे देर रात भोजीपुरा थाना से एक किलोमीटर आगे नैनीताल हाईवे पर कार और डंपर में हुई टक्कर के बाद कार में आग लग गई थी। इस हादसे में कार सवार सभी आठ लोगों की जलकर मौत हो गई थी। आग में शव इतनी बुरी तरह जल गए थे कि परिजनों के लिए भी उनको पहचानना नामुमकिन सा हो गया। शवों की शिनाख्त के लिए परिजन उनके अवशेष तलाशते रहे। इसमें उन्हें गले की चेन, कपड़े, फिंगर रिंग, बेल्ट, शूज आदि मिले। इसी आधार पर परिजन शवों की शिनाख्त करने की कोशिश में जुटे रहे। इसके बाद भी चार शवों की ही वह शिनाखत कर पाए। हालांकि पुलिस ने सभी शवों का अज्ञात में पंचनामा भरकर उनका पोस्टमार्टम कराया है।

नीली पैंट से अय्यूब की पहचान
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे अय्यूब के परिजनों ने बताया कि उनकी बॉडी तो पूरी तरह जल चुकी थी। वह जो पैंंट पहनकर घर से निकले थे वह नीले कलर की थी। उसी पैंट का कुछ अधजला हिस्सा एक शव से चिपका था। इसी से उनकी शिनाख्त हो सकी। इसी तरह बाबू के शव की शिनाख्त भी उनके भाई तौफीक ने कपड़ों से ही की। उन्होंने बताया कि बाबू जो कपड़े पहने थे, वही कपड़े उनकी जली हुई बॉडी से मिले। हालांकि चेहरा तो इतना जल चुका है कि शिनाख्त होना मुश्किल था। अन्य मृतकों के परिजन भी उनके शवों की शिनाख्त करने की कोशिश करते रहे, पर उनकी यह कोशिश नाकाम ही रही।

छह मृतक एक ही गांव के
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतकों के परिजनों ने बताया कि उनमें से छह तो एक ही गांव सुमाली के थे। अन्य दो मृतकों में से मोहम्मद आरिफ बहेड़ी के गांव जाम सांवत जनूबी के निवासी थे तो कार ड्राइवर फुरकान मितापुर बहेड़ी के निवासी थे। परिजनों ने बताया कि बहेड़ी से ही उवैश की बारात शहर के फहाम लॉन में आई थी। इस बारात में शामिल होने के लिए ही सभी आठ लोग शहर आए थे। बरेली आने के लिए रामलीला ग्राउंड के पास रहने वाले सुमित गुप्ता की कार लेकर आए थे, लेकिन वापस जाते समय हादसा हो गया।

अज्ञात में पंचनामा
पोस्टमार्टम हाउस पर देर रात पहुंचे आठ शवों का पोस्टमार्टम से पहले पुलिस ने पंचनामा भर लिया था। पुलिस ने बताया कि मृतकों की बॉडी इतनी जल चुकी थी कि किसी की शिनाख्त ठीक से कर पाना मुश्किल था। इसीलिए परिजनों की मौजूदगी में आठों शवों का अज्ञात में पंचनामा भरा गया। उसके बाद पोस्टमार्टम कराया गया।

डीएनए को भेजा सैंपल
पोस्टमार्टम हाउस पर फॉरेंसिंक टीम ने भी जांच के लिए पहुंची और टीम ने जरूरी साक्ष्य एकत्र किए। इसके साथ ही फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल पर भी पहुंचकर जरूरी साक्ष्य एकत्र किए ताकि आग लगने और हादसा होने का कारण जाना जा सके। सभी शव जले हुए होने के कारण उनकी शिनाख्त के लिए पुलिस ने उनका डीएनए सैंपल लिया। इस सैंपल की रिपोर्ट के आधार पर ही शिनाख्त स्पष्ट हो पाएगी।

शव रात में हुए सुर्पेदे खाक
सभी मृतकों के शवों का संडे दोपहर में पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद सभी के शवों के अवशेष उनके परिजनों को सौंप दिए। परिजनों ने बताया कि जिनकी शिनाख्त हो गई है उनको अलग-अलग कब्र में सुर्पेदे खाक किया जाएगा, जबकि जिनकी शिखाख्त नहीं हो सकी है उनको एक ही कब्र में सुर्पुेदे खाक किया जाएगा।