बरेली (ब्यूरो)। जिले में अब डेंगू का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। सैटरडे को भी जिले में चार और डेंगू संदिग्ध लोगों की मृत्यु हो गई। जिसमें तीन भोजीपुरा और एक भमोरा में हुई है। अब तक डेंगू संदिग्ध करीब 34 लोग दम तोड़ चुके हैं। मगर सरकारी रिकार्ड में एक भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई है। हैरत की बात यह है कि लोगों के मरने का स्वास्थ्य विभाग पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। हर बार विभाग सिर्फ एलाइजा जांच पर ही अटका है। हालांकि सावधानी को देखते हुए हेल्थ विभाग ने जिन एरिया में 15 से अधिक मरीज हैं वहां पर हॉटस्पॉट बना दिए हैं। उस एरिया के लोगों को फीवर की कंप्लेन होने पर उनकी भी एलाइजा जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही मोबाइल यूनिट भी शुरू की है। इसके लिए अलग से टीम तैयार की है।

उपचार से नहीं फायदा
भोजीपुरा के सैदपुर सरोरा गांव के रहने वाले सुरेंद्र गंगवार ने बताया कि उनकी भोजीपुरा में मोबाइल की दुकान हैं। 26 अक्टूबर को उनकी पत्नी अनुपमा गंगवार को बुखार आया था। उन्होंने तत्काल ही उन्हें शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पर जांच में उन्हें डॅाक्टर ने डेंगू बताया था। अस्पताल में इलाज से कोई फायदा नहीं हुआ। धीरे-धीरे हालत बिगड़ती गई और फ्राइडे देर रात के बाद अनुपमा ने दम तोड़ दिया। मृत्यु की सूचना पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष सगीर अहमद, भाजपा मंडल के कोषाध्यक्ष ब्रजेश गुप्ता, विपिन गुप्ता, अनुज गुप्ता आदि उनके घर पहुंचे। इसके अलावा तीन दिन पहले सैदपुर सरोरा निवासी हर प्रसाद को बुखार आया था। स्वजन ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने भी सैटरडे सुबह दम तोड़ दिया। पीपलसाना चौधरी गांव के रहने वाले चंदन बाबू की पत्नी उषा देवी को भी पिछले करीब आठ दिनों से बुखार आ रहा था। उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया था। मगर इलाज से फायदा नहीं हुआ और सैटरडे को ऊषा की भी मृत्यु हो गई।

महिला ने तोड़ा दम
जहां तीन लोगों की मृत्यु भोजीपुरा क्षेत्र में हुई है तो वहीं एक महिला ने भमोरा में भी दम तोड़ा है। भमोरा के रहने वाले नरेश कुमार गुप्ता ने बताया कि उनकी पत्नी सरोज देवी को पिछले वेडनसडे को बुखार आया था। पहले तो उन्हें गांव के डॉक्टर को ही दिखाया तो उन्होंने दवा दी। इसके बाद हालत बिगडऩे पर उन्हें शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डाक्टरों ने उन्हें डेंगू होना बताया था। इलाज के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया।

सिटी में हॉट स्पॉट
गंगापुर
इज्जतनगर
बानखाना
मौलानगर
जाटवपुरा
सिविल लाइंस
सुभाषनगर

देहात एरिया
भोजीपुरा
बहेड़ी
शेरगढ़
फतेहगंज पश्चिमी
नवाबगंज
भमोरा

700 को क्रॉस किया आंकड़ा
जिले में डेंगू का मरीजों का आंकड़ा अब 700 की संख्या भी पार कर गया है। शनिवार को जिले में 23 मरीजों में पुष्टि के बाद जिले में कुल डेंगू मरीजों की संख्या 711 हो गई है। विभाग का अनुमान है कि इस बार डेंगू मरीजों की संख्या 1000 तक पहुंच सकती है। एक ओर जहां डेंगू पीडि़तों की संख्या लगातार बढ़ रही है वहीं, दूसरी ओर जिला अस्पताल में डेंगू वार्ड हर दिन भरा हुआ चल रहा है। तीन सौ बेड अस्पताल में भी मरीजों को शिफ्ट करने बाद भी जिला अस्पताल में मरीजों को जगह मिलना मुश्किल हो रहा है। विभाग का कहना हैं कि अभी तीन सौ बेड अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए और भी बेड बढ़ाए जाएंगे। जिससे वहां पर मरीजों को शिफ्ट किया जा सके। बताते चलें कि शुक्रवार को एक साथ 30 मरीजों की पुष्टि के बाद कुल डेंगू मरीजों की संख्या 688 हो गई थी। शनिवार को यह आंकड़ा 711 पहुंच गया है।

चार दशक बाद संख्या 500 पार
-जिले में डेंगू का आंकड़ा सैटरडे को 711 पेशेंट्स के पार पहुंच गया है। हेल्थ विभाग के आंकड़ों पर ही गौर करें तो चार दशक बाद डेंगू का आंकड़ा इस बार सबसे अधिक हो गया है। इस बार डेंगू संदिग्ध से मौतों का आंकड़ा भी 30 से अधिक पहुंच गया है।

मोबाइल यूनिट भी तैनात
हेल्थ विभाग के अफसरों का कहना है कि डेंगू से जो एरिया या फिर तहसील अधिक प्रभावित है उस एरिया में हॉट स्पॉट बनाया गया है। जिस एरिया में डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या 15 या फिर उससे अधिक है वहां पर हॉटस्पॉट बना गया है। जिले भर में ऐसी करीब 15 एरिया हैं जहां पर हॉटस्पॉट बनाया गया है। इन एरिया के साथ जहां पर डेंगू के केसेस अधिक हैं उसके लिए मोबाइल यूनिट भी तैनात की गई है। यह मोबाइल यूनिट जरूरत पडऩे पर या फिर कॉल करने पर मौके पर पहुंच सकेगी। इसके लिए अलग से टीम भी तैनात की गई है।