बरेली (ब्यूरो)। वेडनेसडे को भाई दूज का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान बहनों ने भाइयों में माथे पर तिलक कर आरती उतरी और उनकी दीर्घायु की कामना की। इस दौरान भाइयों ने भी उन्हें तरह-तरह के उपहार भेंट कर आशीर्वाद लिया। सडक़ों पर त्योहार के चलते काफी भीड़भाड़ रही।

बाजार में रही भीड़, लगा जाम
भाई दूज के दिन मिठाई व गिफ्ट की दुकानों में भीड़ रही। मिठाई की दुकान सुबह से ही खुल गयी थी। शाम तक लोग मिठाई खरीदने के लिए दुकान पर आते रहे। वही गिफ्ट की दुकानों पर भी भीड़ रही। बहनों को देने के लिए भाई तरह तरह के गिफ्ट खरीदते नजर आए। वही शहर के शाङ्क्षपग माल में भी भीड़ रही। लोग बाजार में खरीददारी व घूमने के लिए निकले। भाइयों के पास जाने को बहनें घरों से निकलीं। इससे शहर की सडक़ों पर जाम भी लगा रहा।

ट्रैफिक व्यवस्था धड़ाम
धनतेरस से लेकर भाई दूज तक शहर में किसी भी तरह का जाम न लगे, लोगों को समस्या न हो, इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने व्यवस्था बनाई थी। कुछ रूटों को डायवर्ट भी किया था, लेकिन भाई दूज के दिन सभी व्यवस्था धड़ाम हो गई। शहर के सभी प्रमुख चौराहे बुरी तरह से जाम हो गए। घंटों तक लोगों को फंसा रहना पड़ा। सबसे खराब स्थिति चौपुला चौराहा और चौपुला पुल की थी। लोगों को एक चौराहा पार करने में दो से तीन घंटे तक का समय लग गया। बदायूं रोड की ओर से आने-जाने वालों की वजह से चौपुला पुल पर लंबा जाम लग गया था। जाम को खुलवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। धीरे-धीरे ट्रैफिक बढ़ता गया और लोगों की गाडिय़ां फंसती गई। किसी तरह से लोग पुल पार कर चौपुला चौराहे की ओर आए तो वहां पर भी उन्हें लंबा जाम झेलना पड़ा। इसी तरह से अटल पुल का भी यही हाल था। सिटी स्टेशन से लेकर अटल पुल तक वाहनों की लंबी लाइन लोगों को घंटों का इंतजार करा रहीं थी। जाम में फंसे लोगों ने बताया कि उन्हें एक महज एक किलोमीटर का सफर तय करने में ही दो से तीन घंटे लगे हैं। इससे बुरी व्यवस्था और क्या होगी। उधर, दूसरी ओर पटेल चौक, श्यामगंज और सेटेलाइट की ओर से भी लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा था। वहां पर भी बस, कार और बाइक की वजह से सडक़ पर जगह नहीं बची थी।

बंदियों के साथ मनाई भाई दूज
बरेली: इनर व्हील ग्लो के सभी सदस्यों ने केंद्रीय कारागार में बंदियों के साथ भैया दूज मनाई। इस दौरान डॉ। चारु मेहरोत्रा ने कहा कि जिसका जो प्रारब्ध है, उसे मिटा नहीं सकते, लेकिन उनके साथ त्योहार तो मना सकते हैं। इस अवसर पर बंदियों को तिलक लगाकर फल और मिष्ठान भ्ज्ञी वितरण किए। इस मौके पर डॉ। अलका मेहरोत्रा ने सब को बधार्ई दी। कार्यक्रम में जेलर विजय राय, बरखा अग्रवाल, अनुष्का और रेनू शर्मा आदि का सहयोग रहा।