बरेली (ब्यूरो)। भीषण गर्मी और बढ़ते टेंप्रेचर के कारण रोडवेज की बसों में पैसेंजर्स नहीं मिल रहे हैं। एसी बसों को छोड़ दे तो साधारण रोडवेज की बसों में 50 परसेंट से अधिक बसों की सीटें खाली चल रही हैं। जबकि ट्रेनों में बेहिसाब भीड़ देखने को मिल रही हैं। एसी में सीट कंफर्म मिलना मुश्किल हो रहा है तो स्लीपर कोच की कंडीशन तो सामान्य कोच से भी बदतर हो रही है। यहां तक कि पैसेंर्स ट्रेनों में टॉयलेट और गेट पर भी बैठ कर सफर कर रहे हैं।

ओल्ड रोडवेज बस स्टेशन: दोपहर 2 बजे

ओल्ड रोडवेज बस स्टेशन पर दोपहर को करीब 40 से अधिक बसें खड़ी थी। दिल्ली सहित अन्य रूट पर जाने वाली बसों के कंडेक्टर पैसेंजर्स के लिए आवाज लगा रहे थे। जो बसें बस स्टेशन गेट के बाहर निकल रही थी उनमें भी दस पांच ही पैसेंजर्स नजर आ रहे थे। इसके साथ ही जो बसें बस स्टेशन पर पहुंच रहीं थी उनकी भी हालत अच्छी नहीं दिख रही थी। स्टेशन को आने वाली और स्टेशन से होकर गुजरने वाली दूसरे डिपो की बसों में भी 50 परसेंट से अधिक सीटें खाली चल रही हैं।

रेलवे स्टेशन पर भीड़ दोपहर 2:30 बजे

रेलवे जंक्शन पर दोपहर ढाई बजे ट्रेन जैसे ही प्लेटफार्म पर पहुंची तो स्लीपर कोच के गेट तक पैसेंजर्स बैठे हुए थे। इतना ही नहीं टॉयलेट तक में पैसेंजर्स बैठे हुए थे। स्लीपर कोच भी फुल चल रहे थे। प्लेटफार्म पर भी पैसेंजर्स की काफी भीड़ दिखाई दे रही थी। वहीं अफसरों का कहना था कि रेलवे ने समर स्पेशल ट्रेनों का भी संचालन किया है ताकि पैसेंजर्स को सीटें आसानी से मिल सकें।

सैटेलाइट बस स्टेशन दोपहर 4 बजे

तेज धूप की तपिश में सैटेलाइट रोडवेज बस स्टेशन पर भी बसें खाली खड़ी थी। साधारण बसें जो भी चल रहीं थी इस भीषण गर्मी के कारण उनके लिए पैसेंजर्स की संख्या बहुत ही कम दिखी। जो बसें बस स्टेशन से होकर आ जा रही थी उनमें भी पैसेंजर्स की संख्या आधी से भी कम थी।