बरेली (ब्यूरो)। पहाड़ों में बर्फबारी के बाद जिले का भी मौसम बदल गया। बूंदाबांदी के बाद तेज वर्षा हुई, जिससे सर्दी के लौटने का अहसास हुआ। इस दौरान बच्चों को भीगते हुए स्कूल जाना पड़ा। सडक़ों पर जलभराव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बारिश से आलू और गेहंू की फसल को नुकसान पहुंचा है। वहीं बारिश से सब्जियों के रेट में भी डेढ़ से दोगुना तक गढ़ गए। डॉक्टर्स का कहना है कि बारिश से इंफेक्शन का खतरा अधिक बढ़ जाता है। फ्राइडे रात से सैटरडे शाम तक करीब 12.1 एमएम वर्षा हुई। मौसम विभाग के अनुसार रविवार से मौसम साफ होने का अनुमान हैं।

पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से एक और दो मार्च को मौसम खराब होने का मौसम विभाग ने पहले से ही अनुमान जता दिया था। साथ ही यह भी बताया था कि सेटरडे को हल्की से मध्यम वर्षा होगी। मौसम विभाग का यह अनुमान सही साबित हुआ। फ्राइडे रात से ही हल्की वर्षा शुरू हो गई थी। सुबह होते ही तेज हवाएं चलने लगी। हवाओं की गति करीब 40 किलोमीटर प्रति घंटा थी। जिसकी वजह से सभी फसलें गिर गईं। तापमान में करीब दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। तापमान बढऩे की वजह से एकाएक रखे गए गर्म कपड़े भी सुबह के समय लोगों को निकालने पड़े। संडे से मौसम साफ होने का अनुमान जताया जा रहा है। हालांकि मंडे के बाद तापमान बढऩा शुरू होगा।

यहां हुआ जलभराव
हाल ही में मरम्मत कराई गई सुभाष नगर पुलिस में जलभराव की समस्या को खत्म नहीं किया जा सका। महज 12.1 एमएम वर्षा में ही पुलिया में जलभराव हो गया। लोगों को वाहन निकालने में भी समस्या हुई। इसके साथ ही रामपुर गार्डन का नालियां ओवर फ्लो हो रही थी। शहर के मढ़ीनाथ, संजय नगर सहित अन्य मोहल्लों में भी जलभराव की समस्या से लोगों को दिक्कत हुई।

बारिश में भीगे स्कूली बच्चे और बड़े
अचानक शुरू हुई बारिश के कारण सुबह को स्कूल जाने वच्ले बच्चे और ऑफिस जाने वालों को भीगते हुए जाना पड़ा। हालांकि कुछ देर बात मौसम साफ हो गया और फिर दोपहर बाद फिर बारिश हुई।

फसलों को हुआ नुकसान
मौसम चेंज होने से हुई बारिश से भले ही कुछ फसलों को फायदा हुआ हो लेकिन इससे नुकसान भी हुआ है। किसानों का कहना है कि इससे गेंहू की तैयार फसल खेतों में गिर गई। किसानों का कहना है कि इससे फसल की पैदावार पर बड़ा असर दिखेगा।

सब्जियों के रेट बढ़े
आलू की फसल को नुकसान है। इसके साथ ही पत्ते वाली सब्जियों को भी नुकसान हुआ है। मंडी के थोक व्यापारियों की मानें तो बारिश के कारण मंडी में सब्जी की आवक कम हुई और सब्जियों के रेट डेढ़ से दोगुना तक बढ़ गए। सब्जियों में आलू फ्राईडे तक छह रुपए किलो था, लेकिन सेटर्डे को बढक़र 12 रुपए प्रति किलोग्राम तक बिका। वहीं अन्य सब्जियों के रेट भी 10 से 15 रुपए तक बढ़े हुए रहे।

जल भराव से बढ़ेंगे मच्छर
बारिश होने से गली मोहल्लों में जगह-जगह जलभराव हो गया। इससे जहां एक तरफ जलभराव से लोगों को समस्या हुई तो वहीं मच्छरों की संख्या भी बढ़ गई। इससे लोगों को समस्या होने लगी। लोगों का कहना है कि अगर जलभराव की समस्य दूर नहीं हुई तो समस्या उत्पन्न हो जाएगी।

आज भी हो सकती बारिश
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार आज भी बारिश होने की संभावना है। हालांकि दोपहर बाद धूप निकलेगी। इससे लोगों को राहत मिलेगी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि संडे दोपहर बाद से मौसम साफ रहेगा।


बारिश के कारण वायरल और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही अब गर्मी शुरू हो रही है। मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ेगा। इससे जहां लोगों को परेशानी होगी, वहीं मलेरिया के केस भी बढ़ेंगे।
-डॉ। सौरभ गोयल, फिजीशियन