बरेली (ब्यूरो)। स्वच्छ सर्वेक्षण में बरेली ने इस बार प्रदेश में 11वां स्थान हासिल किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण की दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में 2023 की रैंकिंग जारी हुई। इसमें 446 शहरों में 9500 अंकों के लिए कंप्टीशन हुआ। इसमें बरेली 6293.90 अंक पाकर देश में 80वीं रैंक पर रहा। वर्ष 2022 की बात करें तो बरेली को देश में 137वें पायदान पर था। अब यह रैंक 57 सीढ़ी ऊपर बढ़ी है। रैंक में उछाल आने से नगर निगम के अफसर भी उत्साहित हैं। अफसरों का कहना है कि नगर निगम आने वाले वर्ष में सुविधाओं में भी बढ़ोतरी कर देश के टॉप 25 शहरों में शामिल होगा। जारी रैंकिंग के आंकड़ों पर गौर करें तो देश में भले ही इंदौर व सूरत ने स्वच्छ सर्वेक्षण में संयुक्त रूप से शीर्ष पायदान हासिल की हो, लेकिन प्रदेश में नाथनगरी बरेली ने आगरा, मथुरा, मुरादाबाद, झांसी जैसे प्रमुख शहरों को पछाड़ दिया है। कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु व आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने वाराणसी, प्रयागराज, के साथ बरेली निगम को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में बरेली से मेयर डॉ। उमेश गौतम व अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार ङ्क्षसह ने सहभागिता की।


बढ़ाए संसाधन
वर्ष 2022 मेच् स्वच्छता सर्वेक्षण में देश की कई नगर पालिकाओं से भी पीछे होने के बाद नगर निगम बरेली की खूब किरकिरी हुई। इसके बाद नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स ने शहर मेच् स्वच्छता का स्तर बढ़ाने की बागडोर खुद के हाथों में ली। शहर के 80 वार्डों में कूड़ा कलेक्शन बेहतर ढंग से हो, नालियों, सडक़-फुटपाथ की सफाई, डोर-टू-डोर के जरिए गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग मिले इसके लिए अलग-अलग कार्ययोजना बनाई। एक-एक अधिकारियों को अलग-अलग वार्डों का नोडल बनाकर लापरवाह कर्मचारियों पर नकेल कसी। पार्षदों का सहयोग लेकरच् स्वच्छता प्रोत्साहन समिति का गठन किया गया। साथ ही लंबे समय स्वास्थ्य विभाग में कई वाहनों की खरीदारी कर संसाधनों में बढोतरी की।

बढ़ी लोगों की सहभागिता
शहर च्ें स्वच्छता को लेकर निगम अधिकारियों ने रामलीला, स्कूल-कालेज व प्रमुख आयोजनों को जीरो वेस्ट बनाने की अपील की। साथ ही समय-समय पर निगम की ओरच्से स्वच्छता पर की जा रही। जिसका परिणाम रहा कि नागरिक सहभागिता श्रेणी के 2400 के सापेक्ष में 1595 अंक हासिल किए।

खास-खास
9500 अंकों के लिए कंप्टीशन
446-शहराच्ं ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में देशभर से किया प्रतिभाग
9500 अंकों के लिए बनाई गई थी तीन कैटेगरी
2170 अंक पब्लिक कंट्रीब्यूशन में
4830-अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस में
2500-अंक सर्टिफिकेशन में तय किए गए थे

यह किए प्रयास
-सथरापुर में 35 एमएलडी एसटीपी का संचालन।
-व्हीकल की खरीदारी हुई
-कंपोस्टर बढ़ाने के साथ बाकरगंज व नदौसी में कंपोङ्क्षस्टग प्लांट की स्थापना।
-छह एमआरफ
-पार्काें में आठ पिट
-शौचालयच्ं की स्वच्छता बढ़ाने के साथ और रोड फुटपाथ की सफाई
-लोगच्ं को स्वच्छता के प्रति जागरुकता पर बल दिया।

इस वर्ष की चुनौती
-वर्ष 2024 में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का संचालन करना
-शहर से निकलने वाले वेस्ट आइटम को रेड्यूज
-रियूज और रिसाइकिल वेस्ट थीम पर वस्तुओं को उपयोग में लाना होगा -जीरो वेस्ट वार्ड, 100 प्रतिशत कूड़ा कलेक्शन, अलग-अलग कूड़ा व निस्तारण
-ङ्क्षसगल यूज प्लास्टिक पर शत-प्रतिशत नियंत्रण पाना, जब्त प्लास्टिक से उपयोगी मैटेरियल तैयार करना।
-एमआरएफ सेंटरों की संख्या बढ़ाने के साथ नागरिकों की सहभागिता के लिए जागरुकता बढ़ानी होगी।

च्शहर को स्वच्छ रखने में निच्चित तौर पर अच्छा काम हुआ है। जनता का सहयोग भी इसमें मिला है। जनमानस की सहभागिता के साथ आगे भी रैंङ्क्षकग को बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा।
सौम्या अग्रवाल, कमिश्नर

शहरवासियों के सहयोग के बिना यह रैंङ्क्षकग पाना संभव नहीं था। इसे और बेहतर बनाने के लिए प्रयास च्रना चाहिए। अच्छे परिणाम के लिए निगम के सभी कर्मचारी व अधिकारी बधाई के पात्र हैं। आगे भी जीरो वेस्ट वार्ड बनाने में नगर निगम प्रयास करेगा।
निधि गुप्ता वत्स, नगर आयुक्त

आमजन के सहयोग से हमने आगरा, झांसी व मथुरा जैसे शहरों को पीछे छोड़ा है। आगे हम देश के टाप 10 शहरों में शामिल होंगे। इसके लिए हमने अधिकारियों के साथ अनेक कार्ययोजना बनाकर प्रयास शुरू कर दिए हैं।
डॉ। उमेश गौतम, महापौर, बरेली