बरेली (ब्यूरो)। मौसम का अपना नियम-कायदा होता है। धीरे-धीरे सर्दी जाती है और आहिस्ता-आहिस्ता गर्मी आती है। इस बार बरेली का मौसम अजब रंग दिखा रहा है। आम तौर पर फरवरी का महïीना गुलाबी जाड़ों के लिए जाना जाता था। मार्च के पहले हफ्ते से गर्मी शुरू हो जाती थी। इस बार मार्च के मिड तक कायदे की सर्दी पड़ी। बरेलियंस मार्च में भी रजाई और कंबल ओढ़ते रहे। जैकेट पहनकर घूमते रहे। अब अचानक गर्मी बढ़ गई है। ऐसे में बरेलियन्स खुशनुमा मौसम का मजा ही नहीं ले पाए।

शोध की जरूरत
पर्यावरणविद् डॉ। एपी सिंह कहते हैं कि मौसम की साइकल आगे बढ़ गया है। पिछली बार होली आठ मार्च को पड़ी थी। उस बार होली पर अच्छी-खासी गर्मी पड़ रही थी। इस बार होली 25 मार्च को है। दिन में गर्मी पड़ रही है और रात को अच्छा-खासा जाड़ा पड़ रहा है। हमारे बचपन में बारिश मई के आखिरी महीने में होने लगती थी। अब जून के आखिर में बरखा होती है। सारा मौसम ही आगे बढ़ चुका है। नेचर इनसानों की ज्यादतियों और दखलअंदाजियों को अपने हिसाब से एडजस्ट करने की कोशिश रही है। इस पर गहन शोध की जरूरत है। आने वाले वर्षों में इसका क्या असर होगा, इस पर भी रिसर्च की जरूरत है।

अलनीनो बड़ा कारण
पंतनगर के मौसम विज्ञानी डॉ। आरके सिंह का कहना है कि इस बार अलनीनो ईयर चल रहा है इसलिए हïी तापमान सामान्य से अधिक तो रहेगा ही। इस बार गुलाबी सर्दी आने से पहले ही गर्मी शुरू हो गई है। अप्रैल तक अलनीनो सक्रिय रहेगा इसलिए तापमान में लगातार बढ़ोतरी होती रहेगी। मौसम विज्ञानी का कहना है कि आगामी पांच दिन तक मौसम साफ रहेगा। तापमान में लगातार बढ़ोतरी होती रहेगी।

नहीं आई बासंती बयार
बसंत ऋतु में चलने वाली हïवा को बासंती बयार कहा जाता था। यह सब को बहुत आनंदित करती थी। इस दौरान हल्की गुलाबी सर्दी होती थी, लेकिन इस बार अलनीनों ने बासंती बयार को ही खत्म कर दिया है। यानि कहा जाए तो अलनीनो के कारण 20 मार्च से पहले ही तापमान में वृद्धि हो गयी है। ट््यूजडे को जिले में अधिकतम तापमान 31-32 डिग्री तक पहुंच गया। इस कारण प्लीजेंट वेदर का आनंद लोग नहीं ले पाए।

हेल्थ पर असर
मौसम के अचानक बदलने से लोगों की हेल्थ पर काफी असर दिख रहा है। सुबह-शाम को ठंड तो दोपहर में गर्मी पड़ रही है। ऐसे में लोग भी मौसम का शिकार हो रहे हैं। बीमारियों ने लोगों को घेर लिया है। इस कारण जिला अस्पताल हो या निजी अस्पताल ओपीडी में काफी भीड़ दिखाई दे रही है।

इस बार अलनीनो ईयर है, इसलिए तापमान सामान्य से अधिक होगा। अलनीनो अप्रैल तक सक्रिय रहेगा। मार्च में इस बार बासंती बयार भी अलनीनो के कारण नहीं आ सकी। अभी पांच दिन तक मौसम साफ रहेगा। बारिश का कोई अनुमान अभी नहीं है।
-डॉ। आरके सिंह, मौसम विज्ञानी

मौसम के अचानक बदलने का असर ओपीडी पर साफ दिख रहा है। पेशेंट्स में वायरल फीवर, पेट दर्द आदि की परेशानी सामने आ रही हैं। ऐसे में लोगों को थोड़ा अलर्ट रहने की जरूरत है।
-डॉ। सौरभ गोयल, फिजीशियन

मौसम का मिजाज कुछ समझ ही नहीं आ रहा है। कभी ठंड हो जाती है तो कभी गर्मी। सुबह घर से कोट पहनकर निकलो, दोपहर को गर्मी परेशान करने लगती है।
-अनु पांडेय

सुबह के समय मंद-मंद धूप बहुत अच्छी लगती है, लेकिन जैसे ही दोपहर आती है, पंखे की जरूरत महसूस होने लगती है। ऐसे में सिर्फ ठंडा पानी पीते रहने का मन करता है।
-नेहा यदुवंशी