बरेली (ब्यूरो)। शासन की आरे से जीरा टारलेंस की नीति फॉलो कराने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन भी इसके लिए लगातार निगरानी करता है। लेकिन इसके बाद भी स्थानीय स्तर पर भ्रष्टाचार की जड़े खत्म होने की जगह पनपती जा रही हैं। क्योंकि ये लत है कि छुटती नहीं। शायद ये वाली बात इन रिश्वत खोरों पर सटीक बैठती है। हालांकि भ्रष्टाचार करने वालों पर पुलिस एंटी करप्शन यूनिट ने 10 जून 2024 तक ही 13 लोगों को रिश्वत लेते पकड़ा है। पकड़े गए आरोपितों में पुलिस, शिक्षा, हेल्थ, होमगार्ड, जिला उद्योग केन्द्र, बिजली के साथ संविदाकर्मी भी शामिल हैं। बरेली एंटी करप्शन यूनिट ने जो जनवरी से अप्रैल तक जो कार्रवाई की है वह बरेली मंडल में की है। एंटी करप्शन यूनिट ने वर्ष 2023 में 14 ट्रैप कर रिश्वत लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें जेल भी भेजा। वर्ष 2024 में जो रिश्वत लेने वाले जो आरोपित पकड़े गए हैं उसमें सबसे अधिक बिजली और शिक्षा विभाग के हैं।

बिजली विभाग आगे
एंटी करप्शन डिपार्टमेंट की तरफ से ट्रैप किए गए आरोपितों में सबसे अधिक बिजली विभाग के कर्मचारी हैं। दूसरे नम्बर पर शिक्षा विभाग के कर्मचारी हैं। इसमें टीचर्स भी शामिल हैं। यानि कहा जाए तो रिश्वत लेने में सबसे आगे बिजली विभाग के कर्मचारी, दूसरे नम्बर पर शिक्षा विभाग और तीसरे नम्बर पर राजस्व विभाग के लेखपाल शामिल हैं। एंट्री करप्शन ने एक जनवरी से 10 अप्रैल तक 13 रिश्वत लेने वालों को पकड़ा। वर्ष 2024 के चार माह में 13 रिश्वत लेने वालों को पकड़ा जाना एंटी करप्शन विभाग की तरफ से बड़ी कार्रवाई है। जबकि एक जनवरी से 31 दिसम्बर 2023 तक एंटी करप्शन की तरफ से 14 रिश्वत लेने वालों को पकड़ा गया था।

20 लोगों पर हुआ एक्शन
रिश्वत लेने के मामले में एंटी करप्शन की तरफ से वर्ष 2024 में 13 ट्रैप किए गए। इसमें जनवरी माह में दो ट्रैप किए गए और इसमें रिश्वत लेने के मामले में पांच आरोपितों पर कार्रवाई हुई। फरवरी माह में सबसे अधिक पांच ट्रैप किए गए, और इसमें सात आरोपितों पर कार्रवाई हुई। मार्च माह में तीन ट्रैप हुए इसमें तीन आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गई। जबकि अप्रैल में एक ट्रैप हुआ और इसमें एक आरोपित के खिलाफ कार्रवाई कर एंट्री करप्शन ने जेल भेजा है। जबकि जून माह में जिला अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी और पीलीभीत के बीसलपुर के चकबंदी लेखपाल के खिलाफ और उसके साथ में रहने वाले एक प्राइवेट कर्मी पर एक्शन हुआ।

अफसरों पर भी हुआ एक्शन
रिश्वत लेने के मामले में सिर्फ कर्मचारी ही नहीं अफसर भी शामिल हैं। जिन अफसरों को एंटी करप्शन ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा उनको जेल भी भेजा। पुलिस ने कंप्लेन पर हाल ही में चाइल्ड लाइन के संविदा कर्मचारी को भी 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकडक़र जेल भेज चुकी है। कंप्लेन पर एंटी करप्शन टीम पहले से रिश्वत लेने वाले को पकडऩे के लिए जाल बिछाती है और उसे पकडक़र रंगे हाथों पकड़ती है फिर जेल भेज देती है।


शासन की मंशा के अनुरूप एंट्री करप्शन डिपार्टमेंट रिश्वत लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करता है। अगर कोई भी सरकारी या फिर संविदा कर्मचारी किसी से रिश्वत मांगता है तो वह ऑफिस में आकर या फिर ऑफिस के सीयूजी नम्बर 9454405475 पर कंप्लेन कर सकता है। एंटी करप्शन डिपार्टमेंट हेल्प के लिए हमेशा तत्पर है।
यशपाल सिंह, डिप्टी एसपी, एंटी करप्शन