बरेली (ब्यूरो)। ट्रेन्स में शराब के नशे में धुत लोगों द्वारा आपराधिक घटनाओं की खबरें गाहे-बगाहे सामने आती रहती हैं। कई बार ट्रेन के कोच में ही शराब पीते हुए लोगों को खुलेआम देखा जा सकता है। दरअसल ट्रेन के एसी कोच तक में यात्रियों को वेंडर शराब उपलब्ध करा देते हैं। इसके बदले में वे यात्री से मनमाने रुपए वसूल करके है। यह ही नहीं वे शौकीन लोगों को पान मसाला और सिगरेट भी मुहैया करा देते हैं। रेलवे के ही वेंडर्स की मिलीभगत होने की वजह से अधिकारियों तक मामला नहीं पहुंच पाता है। इससे इन पर कार्रवाई नहीं हो पाती।

इसलिए नहीं पहुंची शिकायत
बता दें कि टे्रेन के ऐसी कोच में कई बार यात्री खुद शराब लाते हैं, जिसका सेवन वह चलती टे्रन में करते हैं। यह ही नहीं डिमांड करने पर वेंडर्स भी मनमाने रेट पर यात्रियों को शराब उपब्लध करा देते हैं। मामला अधिकारियों तक इसलिए नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि वेंडर्स की मिली-भगत रहती है। सूत्रों के अनुसार ये ही वेंडर्स रेलवे के किसी भी अधिकारी और टीटीई के राउंड पर आते ही संबंधित यात्रियों को अलर्ट कर देते हैं। यह ही वजह है कि ऐसे मामले ट्रेन में पकड़ में नहीं आ पाते हैं।

चखना से भी कमाई
वेंडर्स टे्रेन में शराब उपलब्ध कराकर तो कमाई करते ही हैं। इसके अलावा शराब के शौकीनों को महंगा चखना देकर भी ठीक-ठाक कमाई कर लेते है। वेंडर्स की हर स्टेशन पर सेटिंग रहती है, जिस वजह से वे कोई भी सामान यात्रियों को उपलब्ध करा देते हैं।

जनरल बोगी में सिगरेट-पान मसाला
लोकल ट्रेन की जनरल बोगी में बच्चे और महिलाएं छोटे-छोटे स्टेशन्स पर ट्रेनों में चढ़ जाते हैं। ये लोग ट्रेन की जनरल बोगी में खुलेआम सिगरेट बेचते हैं और इसके बदले में पैसेंजर्स से मनमाने दाम भी वसूलते हैं।

केस वन
एयरफोर्सकर्मियों ने शराब पीकर की थी छेड़छाड़
दिल्ली रेलवे स्टेशन से प्रतापगढ़ जाने वाली पद््मावत एक्सपे्रस के स्लीपर कोच एस-04 में शराब पीकर एयरफोर्सकर्मियों ने हंगामा किया था। इस दौरान उन्होंने कोच में सवार महिलाओं से छेड़छाड़ के साथ ही उन पर फब्तियां कसी थीं। इस दौरान आरोपितों ने महिलाओं से गाली-गलौज भी की थी। इस मामले की शिकायत महिलाओं नेकंट्रोल रूम में की थी। शिकायत मिलने पर ट्रेन के बरेली पहुंचते ही आरपीएफ और जीआरपी ने टे्रन के कोच एस-04 को घेर लिया था। इस दौरान तीनों आरोपितों को हिरासत में लेकर कार्रवाई की गई थी। आरोपित दिल्ली निवासी दीपक पाल, पंकज और प्रदीप प्रतापगढ़ जा रहे थे। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ सार्वजनिक स्थान पर शराब पीकर हंगामा करने, महिला यात्रियों से अश्लीलता, मारपीट और अभद्रता करने की रिपोर्ट दर्ज की थी।


केस टू
ट्रेन में जीआरपी सिपाहियों को पीटा
हाफिजगंज क्षेत्र के सेंथल रेलवे स्टेशन का है। पीलीभीत से बरेली आ रही ट्रेन में दो जीआरपी सिपाही भी मौजूद थे। आरोप लगा था कि टे्रेन में मौजूद कुछ लडक़े शराब पी रहे थे। जीआरपी के सिपाहियों ने ट्रेन में शराब पीने से रोका तो आरोपित गाली-गलौज पर आमादा हो गए थे। इसके बाद आरोपितों ने स्टेशन पर अपने साथियों को बुला लिया। स्टेशन आने पर आरोपित सिपाहियों को पीटकर फरार हो गए थे। इस मामले में दोनों सिपाहियों ने आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पूरे मामले को रेलवे ने काफी गंभीरता से लिया था। खुद रेलवे सीओ सैय्यद असगर अली ने स्टेशन मुआयना कर जांच पड़ताल की थी।


यह सब गलत है। ऐसी घटनाएं नहीं होती हंै। अगर कोई शिकायत आती है तो उस पर तुरंत ही कार्रवाई कराई जाती है। वेंडर्स पर नजर रखते हैं। ऐसे मामले पकड़े जाने पर जांच पड़ताल में जो भी दोषी पाया जाता है, उस पर कार्रवाई की जाती है। आपीएफ और जीआरपी को और ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है। लोग कभी-कभी खुद भी ट्रेन में शराब ले आते हैं। फिलहाल इस तरह की घटनाएं हमारे यहां नहीं हुई है।
भानु प्रताप सिंह, स्टेशन अधीक्षक