बरेली (ब्यूरो)। हर माता-पिता अपने बच्चे का पहला कदम खास बनाना चाहते हैैं। ऐसे में वह चाहते हैैं कि उनका बच्चा जल्द से जल्द चलना शुरू कर दे। इस खास पल को और भी खास बनाने के लिए पैरेंट्स को थोड़ा सब्र करने की जरूरत है। बच्चों को चलाने के लिए तरह-तरह के वॉकर मार्केट में आ गए है, जो बच्चों को समय से पहले चलाना बच्चे के लिए घातक हो सकता है।

क्या थी स्टेडी
लखनऊ के किंग जॉज्र्स मेडिकल यूनिवर्सिटी में 125 बच्चों पर एक केस स्टडी की गई। यूनिवर्सिटी की ओर से छोटे बच्चों को वॉकर से चलाने की वजह से क्या-क्या प्रॉब्लम फेस करनी होती है इस पर गौर किया गया। यूनिवर्सिटी की रिसर्च के अनुसार जो भी पेरेंट्स अपने छोटे-छोटे को वॉकर की मदद से चलना सिखाते हैैं। उन बच्चों के पैरों की हड्डियों और मांसपेशियों पर काफी प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से उनकी चाल पर भी काफी फर्क पड़ता है। आगे चल कर बच्चों को चलने में कुछ समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। बेग हॉस्पिटल एण्ड फहमी मैटरनिटी सेंटर के पीडीअट्रिशन डॉ। अनीस बेग से जब इस बारे में पूछा गया, तो उनका कहना है कि हर बच्चे की एर्जी लेवल अगल होता है। हर माता-पिता चाहते हैैं कि उनका बच्चा जल्द चलना शुरू कर दे। ऐसे में अगर आसपास किसी और का बच्चा है जो चलना शुरू कर देता है तो वो और भी उत्सुक हो जाते हैैं। इसके लिए जबरन चलाना शुरू कर देते हैैं, जो बच्चे के लिए घातक होता है।

शुरुआती ग्रोथ के चार नियम
अगर बच्चा अंदर से स्वस्थ्य हो तो उसके सिंबल पहले से ही दिखने शुरू हो जाते हैैं। बच्चा अपने आप ही इंडिकेशन शो करना शुरू कर देता है कि वह फिजिकली और मेंटली स्टॉन्ग है। बच्चों की ग्रोथ के लिए पेरेंट्स को चार नियमों का पालन करना चाहिए। जैैसे की बच्चों को गर्दन से संभालने लगे। ऐसे में बच्चा धीरे-धीरे बैठना सीखेगा। वहीं जब बच्चा बैठना सीख जाए तो उसे घुटने और हाथों के बल रेंगाने दे। अगर वह कोई चीज पकड़ कर खड़ा हो रहा है तो उसके पीछे खड़े हो जाए। इसके अलावा बच्चों को अंगुली पकड़ा कर चलना सिखाएं।

पहले भी सीखते थे लोग चलना
हमारी दादी-नानी के टाइम पर जब कभी वॉकर नहीं होते थे तब भी लोग चलते थे और चलना सीखते थे। उनके तरीके काफी अच्छे और कारगर साबित होते थे। बच्चे बिना वॉकर भी चलते थे। रिसर्च के अनुसार बच्चों को चलाना सिखानेेे के लिए घर की जमीन पर दरी या मैट बिछा दे जिससे दें। बच्चे को खुद से चलने के लिए मोटिवेट करें। वहीं अगर आपके घर के आस पास कोई साफ सुथरा ग्राउंड हो तो बच्चे को वहां ले जाएं। इससे वे चलने के लिए प्रेरित होंगे।

क्या कहती है केस स्टडी
-वॉकर से चलना घातक
-बच्चों की पैरों की मांसपेसिया का विकास सही तरह से नहीं हो पाता है। वह प्रभावित होता है
-छह महीने के बच्चा सीखता है बैठना
-एक साल में से शुरू करता है चलना
-वॉकर का ज्यादा इस्तेमाल करने से पैरों की हड्डियां जाती हैैं मुड
-छह से आठ महीने के बच्चों की वॉकर की वजह से चाल बिगड़ सकती है


बच्चों को अपने अनुसार ग्रो करने दें। जितना वे प्रकृतिक तरीके से बढ़ेगा उतना उनकी ग्रोथ के लिए अच्छा होगा। आर्टिफिशियल चीजों का इस्तमाल करके हम लोग उनकी ग्रोथ में खलल डालते हैैं।
- डॉ। सुदीप सरन, फिजिशियन

छोटे न्यूबॉर्न में इतनी ताकत नहीं होती है कि वे अपने आप चल लें। ऐसे में जब हम उन्हेें जबरन चलाने की कोशिश करते हैैं तो वह उनकी ग्रोथ में प्रभाव डालता है। उन्हें अपने आप कोशिश करने दें। बस उनकी सपोर्ट में खड़े रहें।
- डॉ। अनीस बेग, पीडीअट्रिशन