-बर्ड फ्लू के चलते लोगों ने घरों में रखना बंद किया पक्षियों का दाना-पानी

-सीआरआई ने भी जारी किया अलर्ट, बढ़ाई फ्लू टेस्टिंग कैपिसिटी

बरेली:

बर्ड फ्लू का केस कानपुर में सामने आने के बाद बरेली में सावधानी के लिए अलर्ट जारी हो चुका है। तो इसके साथ तमाम तरह की अफवाहें भी फैलना शुरू हो गई हैं। कोई मांस खाने तो कोई अंडा खाने से बीमारी फैलने का दावा कर रहा है। लेकिन इन सभी अफवाहों को विराम देते हुए सीएआईआर के निदेशक डॉ। संजीव कुमार कहा कहना है कि मीट खाने या अंडा खाने से बीमारी नहीं फैलती है। सिर्फ मीट को ठीक से पकाकर खाना चाहिए। दवा से अच्छा हमें बचाव करना चाहिए सावधानी बरतना चाहिए। हालांकि जरूरी दिशा निर्देश के बारे में सीएआईआर की तरफ से इस बारे में पहले ही सावधानी और बचाव के बारे में अलर्ट किया गया था।

फार्म पर सफाई रखना जरूरी

सीआरआई ने भी फार्म हाउस चलाने वालों को अलर्ट जारी किया है, कि वह अपने फार्म के आसपास साफ सफाई रखें और किसी बाहरी व्यक्ति की भी एंट्री पर बैन लगाने को कहा है। सिर्फ फार्म पर मुर्गी फार्म में दाना पानी देने वाला व्यक्ति ही जरूरत पर जाएं। मुर्गी फार्म पर जो भी दाना पानी रखा रहता है उसे ढककर रखें क्योंकि दाना पानी देखकर प्रवासी या फिर जंगली पक्षी फार्म पर उतर सकते हैं इससे वह बीट भी करेंगे और बर्ड फ्लू फैलने का खतरा रहेगा। इसीलिए सभी फार्म हाउस ओनर को अपने यहां पर सावधानी बरतने के साथ साफ सफाई और रोड पर चूना डालने के लिए भी कहा है।

खरीद फरोख्त से अभी बचें

बर्ड फ्लू को अभी कोई केस सामने भले ही न आया हो लेकिन सावधानी बतौर अभी पक्षियों की खरीद-फरोख्त पर रोक इतना ही नहीं जिन राज्यों में बर्ड फ्लू के केसेस सामने आ चुके हैं वहां से बर्ड की दूसरे राज्यों से खरीद फरोख्त न करने की सलाह दी है। क्योंकि इस समय कोई भी पक्षी खरीदने के लिए सही समय नहीं है, इसमें सबसे अधिक तो अलर्ट वहां से रहने की जरूरत है जहां पर एक भी केस सामने आ चुका है।

फार्म के आसपास लगाएं रिफ्लेक्टर

सावधानी बतौर सीआरएआई ने कैंपस में बाहरी की एंट्री पर बैन लगाने के साथ ही डेली दिन में दो बार चूना का छिड़काव कराना शुरू कर दिया है। तो वहीं मुर्गी फार्म हाउस वालों को भी अपने आसपास की रोड आदि पर छिड़काव करने की सलाह दी है। जंगली पक्षियों के संपर्क में फार्म के पक्षी न आएं उनकी बीट आदि से फार्म के पक्षियों को बचाएं। उनके आने सभी रास्ते बंद करे इसके लिए फार्म हाउस पर रिफ्लेक्टर यानि चमकीली पिन्नी लगाने के लिए कहा है। ताकि उस रिफ्लेक्टर को देखकर जंगली पक्षी न आएं। तो वहीं एक्सपर्ट की माने तो बरेली में प्रवासी परिंदे न के बराबर आते हैं। क्योंकि प्रवासी परिंदे वहीं अधिक आते हैं जहां पर झील आदि होती है। फिलहाल बरेली में प्रवासी परिंदों की दस्तक न के बराबर ही कही जाएगी।

दिख रहा अलर्टनेस

बर्ड फ्लू का केस कानपुर में मिलने के बाद बरेलियंस भी अलर्ट हो गए हैं। इतना ही नहीं बरेलियंस ने पक्षियों का दाना-पानी तक बंद कर दिया है। अभी तक लोग जंगली पक्षियों को दाना पानी अपने घरों की छत पर या फिर आंगन में डाल देते थे लेकिन अब बर्ड फ्लू की आहट के चलते सभी बंद कर दिया है। इतना ही नहीं लोगों ने पक्षियों को अपने घरों और छतों पर आना भी पंसद नहीं कर रहे हैं। इसके लिए सुरक्षा भी अपना रहे हैं। हालांकि इससे पक्षियों की भूख प्यास से प्रॉब्लम जरूर झेलनी पड़ रही है।

दवा से अच्छा बचाव है, अलर्ट रहे सावधानी बरतें। बर्ड फ्लू का अभी तक कोई केस सामने नहीं आया है। लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। भ्रम न फैलाएं, मीट और अंडा खाने से बीमारी नहीं फैलती है, ठीक से पकाकर ही मीट अंडा खाएं।

डॉ। संजीव कुमार, सीएआईआर निदेशक