- दूसरे दिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में हुई रिकॉर्ड 620 ओपीडी

- कोरोना काल में अब तक सबसे ज्यादा पेशेंट्स दर्ज

बरेली : जिला अस्पताल की ओपीडी में फ्राईडे को मरीजों और उनके तीमारदारों की अच्छी खासी भीड़ थी। खांसी, बुखार और जुकाम के सबसे अधिक मरीज थे। वहीं आंख और नाक, कान, गले से संबंधित मरीजों की संख्या भी ठीक ठाक थी। जिन कमरों में चिकित्सक मौजूद थेए उनके कमरों के बाहर मरीजों की लाइन थी। कमरे में चिकित्सक और मरीज के बीच दो गज की दूरी थीए लेकिन बाहर लगी लाइन में शारीरिक दूरी तार तार हो रही थी। हालांकि एक अच्छी बात थी कि हर कोई मास्क लगाए गए हुए था।

इतनी हुई ओपीडी

फ्राईडे को कुल 620 मरीजों के नए पर्चे बने करीब सात सौ मरीजों ने डॉक्टर्स को दिखाया। जिला अस्पताल की ओपीडी सुबह नौ बजे से ही शुरू हो गई थी। कुछ समय से तो कुछ चिकित्सक थोड़ी देर से अपने कक्ष में बैठ गए थे। इस दौरान इक्का दुक्का मरीज ही आ रहे थे। लेकिन साढ़े दस बजे के बाद अचानक मरीजों की भीड़ बढ़नी शुरू हो गई। ओपीडी में पैर रखने की जगह नहीं थी। चिकित्सकों के कमरों के सामने लंबी कतारें थीं। अधिकतर मरीज खांसी, बुखार, जुकाम, सीने में दर्द आदि की बीमारी का इलाज कराने को आए थे।

सीनियर फिजीशियन डॉ.आर के गुप्ता के कमरे के बाहर फ्राईडे को सबसे अधिक भीड़ थी। कक्ष के बाहर खड़ा वार्ड बॉय एक एक कर मरीजों को अंदर भेज रहा था। वह जरा सी देर के लिए वहां से हटा तो मरीज उनके कमरे के अंदर तक घुस गए। हालांकि वहां मौजूद लोगों के समझाने पर सभी शांति से खड़े रहे। डॉ। आर के गुप्ता ने सभी को देखा। उन्होंने बताया कि कोविड.19 के नियमों का पालन करते हुए मरीज देखे जा रहे हैं। दवा काउंटर भी मरीजों ओर उनके तीमारदारों की लाइन लगी थी। यहां हालात कोरोना काल से पहले की तरह ही नजर आ रहे थे। तीनों दवा काउंटर पर ही लंबी लाइन थी.लोगों के बीच दूरी तो नहीं थी लेकिन हां वह सभी मास्क जरूर लगाए थे। दो महिलाओं ने मास्क नहीं लगा रखा थाए उन्होंने भी कैमरा देखते ही मास्क लगा लिया।